श्री कृष्ण जन्माष्टमी को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग
कायमगंज। राष्ट्रीय प्रगतिशील फोरम द्वारा श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर आयोजित परिचर्चा में प्रोफेसर रामबाबू मिश्र रत्नेश ने कहा कि आज देश को श्री कृष्ण के वंशी वादन की नहीं उनके चक्र सुदर्शन की जरूरत है आसुरी शक्तियां विश्व महाभारत रचना को आमादा हैं। ऐसे में भारत को कृष्ण जैसा महानायक ही विजय श्री दिला सकता है। प्रधानाचार्य शिवकांत शुक्ला ने कहा कि, हमारी देव परंपरा में श्री कृष्णा ही संपूर्ण पुरुष है उन्होंने हमें जीवन के हर पक्ष को शिद्दत से जीने की कला सिखाई । पूर्व प्रधानाचार्य अहिवरन सिंह गौर ने कहा कि श्री कृष्णा दूसरों के लिए जिए हमेशा न्याय का पक्ष लिया और अन्याय को नष्ट करके ही दम लिया। अनुपम मिश्रा ने कहा कि कृष्ण धर्मावतार हैं । गीतकार पवन बाथम ने कहा कि भारत ही एकमात्र ऐसा देश है जहां युद्ध करने को तत्पर सेनाओं के बीच में गीता का वाचन होता है। गीता के योग दर्शन का जादू आज दुनिया के सारे धर्म सिद्धांतों के सिर पर चढ़कर बोल रहा है।
गोष्ठी में जेपी दुबे ,वी एस तिवारी यशवर्धन ,शिव कुमार दुबे ,आदि ने श्री कृष्ण जन्माष्टमी को राष्ट्रीय पर्व घोषित करने की मांग की।