देहरादून: Uttarakhand के देहरादून में बादल फटने (Cloudburst) और बाढ़ में 17 से ज़्यादा लोगों की मौत के एक दिन बाद, आज गुरुवार सुबह चमोली ज़िले की नंदनगर तहसील में भारी बारिश और मलबा बहने से कम से कम 14 लोग लापता हो गए। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि तड़के करीब 3 बजे बादल फटने से हुए भारी भूस्खलन और मलबे के बहाव में लगभग 14 लोग लापता हैं और 20 अन्य गंभीर रूप से घायल हैं।
उन्होंने कहा, भारी बारिश के कारण लगभग 33 घर, कई मवेशी शेड और दुकानें नष्ट हो गईं। चमोली में 200 से ज़्यादा प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि घायलों को पास के अस्पतालों में पहुँचाया गया है, जबकि गंभीर रूप से घायलों को एयरलिफ्ट करके एम्स ऋषिकेश ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव दल के पहुँचने में देरी हुई, लेकिन आपदा पीड़ितों को राहत पहुँचाने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर पहुँचने के लिए लगातार प्रयास कर रही हैं। राज्य आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन के अनुसार, बादल फटने से नंदनगर तहसील के कुंतारी लागाफली, कुंतारी लागासरपानी और धुरमा गाँवों में भारी नुकसान हुआ है।
सुमन ने बताया कि स्थानीय पुलिस, जिला आपदा प्रबंधन और राजस्व विभाग की टीमों ने मलबे में फंसे तीन लोगों (दो महिलाओं और एक बच्चे) को सफलतापूर्वक बचा लिया है। घायलों को इलाज के लिए नंदनगर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है। बचाव अभियान शुरू करने के लिए गौचर से एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और आईटीबीपी की आठवीं बटालियन की टीमों को तुरंत रवाना किया गया।