आईसीएआई लखनऊ शाखा द्वारा आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी ‘जागृति’ सम्पन्न
लखनऊ: पेशेवर विकास समिति के तत्वावधान में और आईसीएआई सीआईआरसी लखनऊ शाखा के आयोजन में होटल दयाल गेटवे, Lucknow में 30-31 अगस्त को दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी “जागृति” का भव्य आयोजन हुआ। इसमें देशभर से आए करीब 800 चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने भाग लिया। मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित आईसीएआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष CA Charanjot Singh Nanda ने कहा कि अमेरिकी टैरिफ भारत की विकास यात्रा को प्रभावित नहीं कर पाएंगे।
“भारत इस चुनौती से और अधिक मजबूत होकर निकलेगा,” उन्होंने कहा। नंदा ने बताया कि चार्टर्ड अकाउंटेंट्स राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका निभा रहे हैं। साथ ही उन्होंने यह भी जानकारी दी कि छात्रों के लिए आईसीएआई की छात्रवृत्ति राशि ₹100 करोड़ से बढ़ाकर ₹500 करोड़ कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) को प्रतियोगी नहीं बल्कि सहायक उपकरण के रूप में अपनाना चाहिए। इसी क्रम में उन्होंने सम्मेलन में बड़ी संख्या में मौजूद महिला सदस्यों की सराहना की और आईसीएआई द्वारा पहलगाम में स्वतंत्रता दिवस मनाने का भी उल्लेख किया।
इस मौके पर कई केंद्रीय परिषद सदस्य शामिल हुए जिनमें सीए. मंगेश पी. किनारे, सीए. (डॉ.) अनुज गोयल, सीए. ज्ञान चंद्र मिश्रा, सीए. राजेंद्र कुमार पी., और सीए. जय छैरा प्रमुख थे।
आठ सत्रों में पेशेवर विमर्श
संगोष्ठी में पेशेवर विषयों पर कुल आठ सत्र आयोजित हुए। इनमें ऑडिट रिपोर्टिंग मानक, पूंजी बाजार में अवसर, प्रोफेशन से प्रोप्रेन्योर की यात्रा, आय से बचकर मूल्यांकन, एमएसएस व एसएसपी पोर्टल, सफलता के लिए बाधाएं तोड़ने का दृष्टिकोण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका और जीएसटी कानून के तहत जब्ती संबंधी मुद्दों पर विशेषज्ञों ने विस्तार से चर्चा की।
आईसीएआई लखनऊ शाखा के अध्यक्ष सीए. अनुराग पांडे ने कार्यक्रम की सफलता पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को बेहतर सेवाएं देने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। इस अवसर पर उपाध्यक्ष सीए. चारु खन्ना, सचिव सीए. ऋषभ मिश्रा, कोषाध्यक्ष सीए. आशीष गुप्ता, सीआईसीएएसए अध्यक्ष सीए. अश्विनी जायसवाल समेत कार्यकारी समिति के सदस्य भी मौजूद रहे।