महाकुंभनगर। महाकुंभ में मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh) की प्रतिमा लगाने पर हंगामा मच गया है। वहां के साधु संत इसका विरोध कर रहे हैं। साधु संतों ने इसे हिंदू विरोधी बताया है। इस पर समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता फकरुल हसन चंद ने कहा साधु संत नहीं बीजेपी इसका विरोध कर रही है। उन्होंने कहा कि सपा मुलायम सिंह स्मृति सेवा संस्थान द्वारा कुंभ में जो श्रद्धालु आ रहे हैं, उनकी सेवा के लिए खाने के लिए व्यवस्था, रहने की व्यवस्था, कंबल की व्यवस्था पूरे सेवा भाव से की जा रही है और विरोध का सवाल है तो यह भारतीय जनता पार्टी विरोध कर रही है।
उन्होंने कहा कि कोई साधु संत विरोध नहीं करता। जो श्रद्धालु आ रहे हैं उनके लिए कोई निस्वार्थ भाव से कंबल वितरण कर रहा है तो कोई खाने की व्यवस्था कर रहा है। वहीं कोई रुकने की व्यवस्था कर रहा है। समाजवादी पार्टी यह समझती है भारतीय जनता पार्टी राजनीति कर रही है। खुद कुछ काम नहीं करते और अगर कोई संस्थान नेताजी के नाम से कुछ कर रहा है तो भारतीय जनता पार्टी को दिक्कत है।
BJP को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए- कांग्रेस
उधर, इस पूरे मामले पर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता अंशु अवस्थी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हैं। उनकी मूर्ति लगाना अच्छी बात है और नेताओं की भी मूर्ति लगनी चाहिए। कांग्रेस पार्टी के गोविंद बल्लभजी पंत, जवाहरलाल नेहरू की मूर्ति लगनी चाहिए लेकिन भारतीय जनता पार्टी सरकार में मूर्ति लग रही, साधु संत विरोध कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा कभी आरोप लगाती है कि उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवाई थी। कभी पद्म भूषण देते हैं। सभी नेताओं की मूर्ति लगनी चाहिए। हम उनका स्वागत करते हैं लेकिन भाजपा को अपना स्टैंड साफ करना चाहिए इससे भाजपा का दोहरा चरित्र पता चलता है।
शनिवार को किया गया प्रतिमा का अनावरण
दरअसल, कुंभ में अलग-अलग संस्थानों ने अपने-अपने जगह अलॉट करवाए हैं। उसी में मुलायम सिंह न्यास सेवा समिति को स्थान मिला हुआ है, जिसमें मुलायम सिंह यादव की मूर्ति लगाई गई है। उसी का अनावरण किया गया है। करीब तीन फुट ऊंची इस प्रतिमा का अनावरण शनिवार को किया गया था।