– अब तक के सबसे बड़े आर्थिक घोटालों में से एक में हुई बड़ी कार्रवाई
लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने देश के सबसे बड़े निवेश घोटालों में से एक के मुख्य आरोपी गुरनाम सिंह को पंजाब के रोपड़ जिले से गिरफ्तार कर लिया है। गुरनाम सिंह पर ₹49,000 करोड़ की ठगी करने का आरोप है, जो उसने देशभर के लाखों निवेशकों को चूना लगाकर किया।
गुरनाम सिंह पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) का प्रमुख था, जो रियल एस्टेट और कृषि भूमि निवेश के नाम पर फर्जी स्कीमों के जरिए निवेशकों से भारी रकम वसूलता रहा।
आरोपी का नाम गुरनाम सिंह
कंपनी पर्ल्स एग्रोटेक कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PACL) के नाम पर
कुल ठगी राशि ₹49,000 करोड़ से अधिक ठगी का तरीका नकली कृषि निवेश योजनाएं, फर्जी दस्तावेज
गिरफ़्तारी स्थान रोपड़, पंजाब गिरफ़्तार करने वाली एजेंसी यूपी पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW)पीड़ितों की
संख्या लगभग 5.5 करोड़ निवेशक (देशभर में)
राज्यों की संख्या 10 से अधिक राज्य, जिनमें यूपी, बिहार, राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा शामिल हैं
PACL ने जनता से वादा किया था कि वह कृषि भूमि में निवेश कराएगी और कुछ वर्षों में भारी मुनाफा देगी। कंपनी ने फ़र्जी रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट, जाली प्लॉटिंग डॉक्यूमेंट्स और मौखिक गारंटियों के जरिए भोले-भाले लोगों को बहलाया।
निवेशकों को नकली जमीन दिखाकर उनसे किस्तों में पैसा वसूला गया। बाद में यह पैसा शेल कंपनियों और फर्जी खातों में ट्रांसफर कर दिया गया और गुरनाम सिंह फरार हो गया।
वर्ष 2014 में सेबी (SEBI) ने PACL के खिलाफ जांच शुरू की थी।
2016 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर सेबी की निगरानी में एक कमेटी बनाई गई थी जिसने कंपनी की संपत्तियों को जब्त कर निवेशकों को पैसा लौटाने का निर्देश दिया।
अब तक करीब 12,000 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त की जा चुकी है लेकिन अधिकांश निवेशक अभी भी अपना पैसा पाने के इंतजार में हैं।
उत्तर प्रदेश EOW की टीम ने कई महीनों की मेहनत के बाद गुरनाम सिंह का पता लगाया और गोपनीय ऑपरेशन के तहत पंजाब में दबिश देकर उसे गिरफ्तार किया। पुलिस के अनुसार अब गुरनाम को यूपी लाकर पूछताछ की जाएगी, जिसमें घोटाले से जुड़े अन्य साझेदारों और अधिकारियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने निवेशकों से अपील की है कि वे किसी भी निवेश योजना में पैसा लगाने से पहले कंपनी की प्रमाणिकता और वैधता की जाँच ज़रूर कर लें। साथ ही इस प्रकार की ठगी से संबंधित जानकारी तुरंत पुलिस को दें।