लखनऊ। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (PET) में इस बार भी फर्जीवाड़ा करने वालों की साजिश बेनकाब हो गई। प्रदेश भर में चल रही परीक्षा के दौरान अब तक 31 सॉल्वर गैंग के सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं। पुलिस और STF ने यह कार्रवाई मिलकर की है।
गिरफ्तारियां प्रयागराज, अलीगढ़, बुलंदशहर, गाज़ियाबाद, जालौन, लखनऊ, मथुरा, मिर्जापुर, सहारनपुर, आगरा, अंबेडकरनगर, अयोध्या, गौतमबुद्ध नगर, गाज़ीपुर, हापुड़, झांसी, कन्नौज, कानपुर नगर, संत रविदास नगर, शाहजहांपुर और वाराणसी समेत 20 जिलों से हुई हैं।
सॉल्वर गैंग परीक्षार्थियों की जगह बैठकर परीक्षा देने का काम करता था। पुलिस जांच में सामने आया कि इन गिरोहों के पास फर्जी आधार कार्ड, एडमिट कार्ड और हाईटेक तकनीक भी मौजूद थी। कई जगह पर असली परीक्षार्थी की जगह सॉल्वर बैठा पाया गया। परीक्षा में पास कराने के लिए गिरोह लाखों रुपये वसूलता था।
परीक्षा में नकल और फर्जीवाड़े की आशंका को देखते हुए STF को भी अलर्ट पर रखा गया था। पुलिस और STF की टीमों ने लगातार छापेमारी कर एक ही दिन में 31 लोगों को धर दबोचा। अधिकारियों का कहना है कि और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं, क्योंकि कई जिलों से इन गैंगों के सक्रिय होने की जानकारी मिल रही है।
यूपीएसएसएससी ने इस बार PET परीक्षा को लेकर खास इंतज़ाम किए थे। सभी केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे, बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन और पुलिस फोर्स तैनात की गई थी। बावजूद इसके, सॉल्वर गैंग ने घुसपैठ करने की कोशिश की। पुलिस का दावा है कि यदि निगरानी न होती तो कई सॉल्वर परीक्षा देकर निकल जाते।
यह पहला मौका नहीं है जब PET परीक्षा में सॉल्वर गैंग पकड़े गए हों। इससे पहले भी परीक्षाओं में ऐसे रैकेट सक्रिय पाए गए हैं। सरकार का कहना है कि अब हर स्तर पर फूलप्रूफ सुरक्षा इंतज़ाम किए जाएंगे, ताकि भविष्य में कोई भी नकल माफिया प्रदेश की युवाओं की मेहनत से खिलवाड़ न कर सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि परीक्षाओं की पारदर्शिता से समझौता नहीं किया जाएगा। जो भी नकल माफियाओं को बढ़ावा देगा, उस पर गैंगस्टर एक्ट और संपत्ति ज़ब्ती की कार्रवाई की जाएगी।