लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार (UP government) ने आगामी श्रावण मास में आयोजित होने वाली कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) और सावन मेले को सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित बनाने के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) के निर्देशों पर नगर विकास विभाग (UDD) द्वारा नगरीय निकायों में सफाई, पेयजल, स्ट्रीट लाइट और स्वास्थ्य सुरक्षा पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई, जिसमें सभी पहलुओं पर दिशा-निर्देश जारी किए गए। उन्होंने सभी शहरी निकायों को सुबह 5 से 8 बजे तक विशेष सफाई अभियान चलाने के निर्देश दिए। घाटों और कांवड़ मार्गों पर अतिरिक्त सफाईकर्मियों की तैनाती। कचरा व गाद को लैंडफिल स्थल पर तत्काल निस्तारित करने की व्यवस्था। मच्छर नियंत्रण और जलभराव से निपटने की तैयारी। जलभराव वाले क्षेत्रों में माइक्रो प्लान के तहत फॉगिंग व एंटी-लार्वा छिड़काव अनिवार्य।ब्लीचिंग पाउडर, मलेथियान और चूना का नियमित छिड़काव। स्वच्छ शौचालय और जल निकासी व्यवस्था।
कांवड़ मार्गों पर पुरुष व महिलाओं के लिए अस्थायी मोबाइल शौचालय स्थापित होंगे। नालियों, झाड़ियों और यात्रा मार्ग की अवांछनीय वनस्पतियों की विशेष सफाई। पेयजल और स्वास्थ्य सुरक्षा। मार्गों पर पानी की टंकियां और प्याऊ, हैंडपंप की मरम्मत। जल के नमूनों की OT टेस्टिंग व रासायनिक परीक्षण स्वास्थ्य विभाग द्वारा। दस्तक और संचारी रोग नियंत्रण अभियान भी साथ-साथ संचालित। प्रकाश व्यवस्था और प्लास्टिक पर रोक। स्ट्रीट लाइट की नियमित निगरानी व मरम्मत। कांवड़ यात्रा को “जीरो प्लास्टिक इवेंट” के रूप में आयोजित करने की योजना।डस्टबिन की व्यवस्था और जनसहभागिता से प्लास्टिक प्रतिबंध अभियान। अन्य व्यवस्थाएं और निगरानी तंत्र।
पार्किंग, सड़कों व सार्वजनिक स्थानों से अतिक्रमण हटाने का अभियान। निराश्रित पशुओं की गौशालाओं में सुरक्षित व्यवस्था।ICCC और ITMS के माध्यम से यातायात और भीड़ प्रबंधन। हर निकाय में निगरानी सेल, राज्य स्तर पर साप्ताहिक प्रगति रिपोर्ट। प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने कहा कि “राज्य सरकार की प्राथमिकता है कि हर श्रद्धालु को स्वच्छ, सुरक्षित और सुविधाजनक वातावरण मिले। हम न सिर्फ बुनियादी सुविधाओं को सुनिश्चित कर रहे हैं, बल्कि यात्रा को पर्यावरण अनुकूल भी बना रहे हैं।”