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Wednesday, August 6, 2025

जल संरक्षण के लिए यूपी सरकार की बड़ी पहल: “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” योजना के तहत खेत तालाब निर्माण पर ज़ोर

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-2017 से अब तक बने 37,403 खेत तालाब, किसानों की सिंचाई समस्या का समाधान

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार (UP government) जल संरक्षण (water conservation) और किसानों की समृद्धि को लेकर पूरी तरह से सक्रिय है। इसी क्रम में “राष्ट्रीय कृषि विकास योजना” के घटक “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” के तहत खेत तालाब (farm ponds) निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है। वर्ष 2017-18 से अब तक प्रदेश में 37,403 खेत तालाबों का निर्माण किया जा चुका है। यह पहल राज्य में सिंचाई व्यवस्था को सशक्त बनाने और वर्षा जल संचयन को बढ़ावा देने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।

खेत तालाब योजना के तहत वर्ष 2025-26 में भी तालाब निर्माण का कार्य जारी रहेगा। इसके लिए किसानों का ऑनलाइन चयन 3 जून 2025 से प्रारंभ हो चुका है। पात्र किसान https://agridarshan.up.gov.in पोर्टल पर जाकर बुकिंग कर सकते हैं। बुकिंग प्रक्रिया पहले आओ, पहले पाओ के सिद्धांत पर आधारित है।
इस योजना के तहत 22x20x3 मीटर आकार के खेत तालाब की कुल लागत ₹1,05,000 तय की गई है, जिसमें से आधी राशि यानी ₹52,500 का अनुदान सरकार द्वारा दिया जाएगा। शेष राशि किसान को स्वयं वहन करनी होगी।

सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली होगी अनिवार्य

खेत तालाब योजना के लाभार्थियों के लिए सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली (माइक्रो इरिगेशन सिस्टम) का होना अनिवार्य कर दिया गया है। वे ही किसान योजना के लिए पात्र माने जाएंगे, जिन्होंने पिछले 7 वर्षों में अपने खेत में यह प्रणाली लगाई हो या फिर आवेदन के समय त्रिपक्षीय अनुबंध प्रस्तुत करें। बुकिंग के समय किसानों को ₹1,000 टोकन मनी ऑनलाइन जमा करनी होगी। साथ ही, संबंधित खेत की खसरा/खतौनी और घोषणा पत्र पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। दस्तावेज़ अपलोड न करने की स्थिति में बुकिंग स्वतः निरस्त हो जाएगी और टोकन मनी जब्त कर ली जाएगी।

अनुदान का भुगतान दो किस्तों में

खेत तालाब निर्माण के बाद अनुदान की राशि दो किस्तों में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) के माध्यम से किसानों के खाते में भेजी जाएगी। खेत तालाब योजना से जुड़े किसानों को पंपसेट पर भी अनुदान देने का प्रावधान है। इसके तहत किसानों को पंपसेट मूल्य का 50 प्रतिशत या अधिकतम ₹15,000 प्रति इकाई तक का अनुदान मिलेगा। यह सुविधा उन्हीं किसानों को दी जाएगी जिन्होंने पहले से माइक्रो इरिगेशन सिस्टम स्थापित कर रखा है और तालाब निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया है।

कृषि मंत्री ने की अपील

प्रदेश के कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की है कि वे जल संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण अभियान में भाग लें और खेत तालाब योजना का लाभ उठाकर सिंचाई जल की स्थायी व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि यह योजना केवल एक योजना नहीं बल्कि कृषि भविष्य की सुरक्षा है।

जानकारी के लिए संपर्क करें

इस योजना से संबंधित किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए किसान अपने जनपद के कृषि विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों से संपर्क कर सकते हैं।

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