नई दिल्ली। एशिया की सबसे बड़ी परीक्षा संस्था उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) ने हाईस्कूल (10वीं) और इंटरमीडिएट (12वीं) परीक्षा 2026 की तैयारियां तेज कर दी हैं। इस बार कुल 52 लाख 30 हजार 297 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है। इनमें 10वीं के 27 लाख 50 हजार 945 और 12वीं के 24 लाख 79 हजार 352 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
बोर्ड सचिव भगवती सिंह के अनुसार, पिछले वर्ष की तुलना में इस बार लगभग 2 लाख 06 हजार 877 परीक्षार्थियों की संख्या में कमी आई है। इसका सीधा असर परीक्षा केंद्रों की संख्या पर पड़ेगा। यूपी बोर्ड के मानकों के अनुसार, एक केंद्र पर औसतन 500 से 1000 परीक्षार्थी आवंटित किए जाते हैं, इसलिए अनुमान लगाया जा रहा है कि 200 से अधिक परीक्षा केंद्र घट सकते हैं।
पिछले वर्ष (2025) में 54 लाख 37 हजार 174 परीक्षार्थियों के लिए 8140 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जबकि वर्ष 2024 में 55 लाख 25 हजार 342 परीक्षार्थियों के लिए 8265 केंद्र निर्धारित किए गए थे। आंकड़ों से स्पष्ट है कि जैसे-जैसे परीक्षार्थियों की संख्या घट रही है, परीक्षा केंद्रों की संख्या भी लगातार कम हो रही है।
बोर्ड की ओर से बताया गया कि 2026 परीक्षा के लिए पंजीकरण प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और अब छात्रों को आवेदन पत्र में सुधार का अवसर दिया जा रहा है। कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थी 31 अक्टूबर 2025 तक, जबकि कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्र 5 नवंबर तक अपने रजिस्ट्रेशन फॉर्म में सुधार कर सकते हैं।
इस बार हाईस्कूल में 14 लाख 38 हजार 682 छात्र और 13 लाख 12 हजार 263 छात्राएं, जबकि इंटरमीडिएट में 13 लाख 03 हजार 012 छात्र और 11 लाख 76 हजार 340 छात्राएं पंजीकृत हैं।
ध्यान देने योग्य है कि इंटरमीडिएट वर्ग में छात्रों की संख्या में 2 लाख 25 हजार 657 की कमी दर्ज की गई है, जबकि हाईस्कूल में 18 हजार 780 की मामूली बढ़ोतरी हुई है। कुल मिलाकर यह कमी परीक्षा व्यवस्था को और सुव्यवस्थित बनाने का अवसर प्रदान कर रही है।
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने बताया कि तैयारियां पूरी गति से चल रही हैं। परीक्षा को निष्पक्ष, नकलविहीन और पारदर्शी बनाने पर विशेष फोकस किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्रों की तैयारी और मॉडरेशन का कार्य भी तेजी से जारी है ताकि विद्यार्थियों के भविष्य के साथ कोई समझौता न हो।




