उन्नाव: यूपी के लखनऊ से सटे उन्नाव जिले में एंटी करप्शन टीम (Anti-corruption team) ने एक महिला लेखपाल (राजस्व अधिकारी) को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार (arrested) किया है। यह कार्रवाई एक स्थानीय किसान की शिकायत के बाद की गई, जिसने आरोप लगाया था कि उसके ज़मीन संबंधी काम के बदले में उसे परेशान किया जा रहा है और रिश्वत की मांग की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुरवा तहसील के मोहिनीखेड़ा गाँव के किसान श्रीराम, शिकायतकर्ता, कोरटगंज गाँव के पास अकोहरी-मौरावाँ हाईवे पर सड़क किनारे अपनी लगभग तीन बिस्वा (करीब 1,620 वर्ग फुट) ज़मीन को व्यावसायिक उपयोग में परिवर्तित कराने के लिए तहसील कार्यालय के बार-बार चक्कर लगा रहे थे। उनके प्रयासों के बावजूद, क्षेत्रीय लेखपाल की आवश्यक रिपोर्ट के अभाव में प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही थी।
श्रीराम ने आरोप लगाया कि संबंधित लेखपाल, ममता प्रजापति, ने भूमि परिवर्तन के लिए शुरुआत में 75,000 रुपये मांगे थे। पूरी रकम देने में असमर्थ होने पर, उन्होंने बातचीत की और 50,000 रुपये देने पर सहमत हुए। देरी और कथित उत्पीड़न से परेशान होकर, श्रीराम ने अपने बेटे अवधेश के साथ लखनऊ में एसीओ के पास औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत मिलने पर, एसीओ ने प्रारंभिक जाँच शुरू की और आरोपों को विश्वसनीय पाया। शुक्रवार दोपहर टीम ने पुरवा तहसील कार्यालय में जाल बिछाया। जैसे ही महिला लेखपाल ने श्रीराम के बेटे से रिश्वत की रकम ली, टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
कार्रवाई की खबर से तहसील परिसर में हड़कंप मच गया, कुछ लोगों ने शुरुआत में कार्रवाई का विरोध करने की कोशिश की। हालाँकि, भ्रष्टाचार निरोधक अधिकारियों ने उन्हें कड़ी चेतावनी दी कि किसी भी तरह की बाधा डालने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, जिसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई। गिरफ्तार लेखपाल को मौरावां थाने ले जाया गया, जहाँ कानूनी कार्यवाही और एफआईआर दर्ज करने की प्रक्रिया चल रही है।