लखनऊ। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजर गौरव सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर करोड़ों रुपये के लोन घोटाले का खुलासा किया है। आरोप है कि गौरव सिंह और उसके साथियों ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन पास कराकर बड़ी रकम हड़प ली। पूछताछ में खुलासा हुआ कि यह संगठित गिरोह 12 जिलों में फैला है और इसमें कई बैंकों के कर्मचारी भी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, गौरव सिंह की वर्ष 2021 में जानकीपुरम शाखा में तैनाती हुई थी। वहीं उसकी मुलाकात नावेद, अखिलेश तिवारी, इंद्रजीत और आमिर एहसन से हुई, जिनके साथ मिलकर उसने गिरोह का गठन किया। गिरोह के सदस्य अलग-अलग जिम्मेदारियां निभाते थे और एक सुनियोजित तरीके से फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर लोन पास करवाते थे। इसमें गौरव सिंह की पत्नी कीर्ति शर्मा, एक पूर्व शाखा प्रबंधक, विकास नगर स्थित बैंककर्मी, सरोजनीनगर शाखा की प्रबंधक और बिरहाना रोड शाखा के लोन मैनेजर के शामिल होने की बात सामने आई है।
एसटीएफ अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ में करीब 18 से अधिक नाम सामने आए हैं और 24 से ज्यादा एजेंट इस नेटवर्क से जुड़े हैं। गिरोह ने नीरज, अवध मशीन, केंद्रीय एनर्जी, ग्रीन मशीन, राहुल इंटरप्राइजेज, सुप्रीम इंजन, अमाफ फर्नीचर, यूपी रेफ ट्रक, गणपति इंटरप्राइजेज, एलीट पावर सॉल्यूशन और कई अन्य नामों से लाखों रुपये के लोन पास करवाए। इन लोन के लिए आधार कार्ड, उद्यम पंजीकरण, इनवॉइस, रेंट एग्रीमेंट, बीमा और पोस्ट इंस्पेक्शन रिपोर्ट जैसे दस्तावेजों को नकली तरीके से तैयार किया गया था।
एसटीएफ ने बताया कि गिरोह द्वारा पास कराए गए लोन का बड़ा हिस्सा जनरेटर, सीमेंट मिक्सर, फर्नीचर शॉप, प्रिंटिंग मशीनरी और ट्रक खरीदने के नाम पर लिया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए अन्य जिलों की शाखाओं से भी जानकारी जुटाई जा रही है। फिलहाल गौरव सिंह और उसके तीन साथियों से गहन पूछताछ जारी है और गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश तेज कर दी गई है।