यूथ इंडिया संवाददाता
फर्रूखाबाद। उफान पर चल रही गंगा नदी के कारण जिले के दर्जनों गांवों में आफत का माहौल बना हुआ है। गंगा के आस-पास के कई गांवों में पानी भर जाने से लोग मुश्किल में हैं और स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
जलस्तर और बांधों से छोड़ा गया पानी नरौरा बांध 1,34,000 क्यूसेक, बिजनौर बैराज: 52,000 क्यूसेक, हरिद्वार बांध: 74,000 क्यूसेक।
फर्रुखाबाद में पांचाल घाट गंगा का जलस्तर 136.65 मीटर पर पहुंच गया है, जबकि रामगंगा में आज 4,124 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और रामगंगा का जलस्तर 134.40 मीटर है।बाढ़ के पानी से तराई, गंगापार और कंपिल की कटरी इलाकों में लोगों में दहशत का माहौल है। गंगा नदी में नरौरा, हरिद्वार और बिजनौर बांधों से छोड़े गए पानी के कारण जलस्तर में और इजाफा होने की संभावना है। गंगा और रामगंगा का चेतावनी बिंदु: 136.60 मीटर पानी है।
स्थानीय प्रशासन ने बाढ़ की स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है और संभावित प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्य के लिए टीमों को तैनात कर दिया है। ग्रामीणों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की सलाह दी गई है।
गांवों में पानी भर जाने के कारण ग्रामीणों को आवागमन में दिक्कतें हो रही हैं। फसलें बर्बाद हो रही हैं और घरों में पानी घुस जाने से लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। प्रशासन से राहत सामग्री और बचाव कार्यों में तेजी लाने की मांग की जा रही है।
राहत कार्यों में जुटी टीमों ने अब तक कई लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। नावों और बचाव उपकरणों के माध्यम से प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाई जा रही है। जिला प्रशासन ने कहा है कि स्थिति पर लगातार निगरानी रखी जा रही है और सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत सूचना दें।