लद्दाख: Ladakh से एक बड़ी खबर आ रही है कि, यहां पर बड़े हादसे में शहीद (soldiers) हुए दो जवानों को गुरुवार को अंतिम विदाई दी गई। बीते बुधवार को सेना के एक वाहन पर अचानक चट्टान गिरने से देश ने दो वीर सपूतों को खो दिया। लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह मंकोटिया और लांस डफादार दलजीत सिंह बीते बुधवार को हादसे में शहीद हो गए। इन दोनों का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक स्थानों पंजाब के पठानकोट और गुरदासपुर के शमशेरपुर गांव में किया गया।
जानकारी के मुताबिक, सेना का काफिला पूर्वी लद्दाख के दुरबुक से बुधवार सुबह करीब साढ़े ग्यारह बजे चोंगताश की तरफ जा रहा था, तभी उसमे से एक स्कॉर्पियो वाहन अचानक पहाड़ी से गिरते ही भारी चट्टान की चपेट में आ गया। इस हादसे में वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह से दब गया, जिससे उसमें सवार सैनिक गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे की खबर लगते ही सेना के जवानों ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। कड़ी मशक्त के बाद पत्थरों व मलबे को हटाकर घायलों को बाहर निकाला गया। इनमे से दो सैनिकों को मृत अवस्था में बाहर निकाला गया, जबकि अन्य तीन घायल अधिकारियों को प्राथमिक उपचार के बाद लेह के 153 मिलिट्री अस्पताल में शिफ्ट किया गया है। वहां उनका इलाज चल रहा, जिसमे तीनो की हालत स्थिर बताई जा रही है।
इस हादसे में लेफ्टिनेंट कर्नल भानु प्रताप सिंह मनकोटिया, जो मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के रहने वाले थे और वर्तमान में पठानकोट में सेटल थे, वीरगति को प्राप्त हो गए। उनके साथ लांस नायक दफादार दलजीत सिंह ने देश के लिए शहीद हो गए। इनके अलावा इस दर्दनाक घटना में तीन अन्य अधिकारी मेजर मयंक शुभम, मेजर अमित दीक्षित और कैप्टन गौरव घायल हुए हैं, जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।