मोहम्मदाबाद (फर्रुखाबाद)। गैसिंहपुर स्थित इंडियन ऑयल गैस बॉटलिंग प्लांट में कार्यरत ट्रक चालकों ने प्लांट के डीजीएम किशोर कुमार बेहरा द्वारा एक ट्रक चालक के साथ कथित अभद्र व्यवहार और गाली-गलौज से नाराज होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल की घोषणा कर दी है।
चालकों ने प्लांट गेट के बाहर खड़े होकर जोरदार नारेबाजी की और डीजीएम के खिलाफ ‘मुर्दाबाद’ के नारे लगाए।
ट्रक चालक जितेंद्र सिंह राठौड़, निवासी मुड़गांव, ने आरोप लगाया कि 15 जुलाई को दोपहर 12 बजे वह ट्रक संख्या UP87T2031 में 342 गैस सिलेंडर लोड करके अंश मॉडल एलपीजी गोदाम, जलालाबाद पहुंचा था। जब तक 54 सिलेंडर उतारे जा चुके थे, तभी एक सिलेंडर का वॉल्व तेज धमाके के साथ बाहर निकल गया। इससे एक मजदूर घायल हो गया और वहां मौजूद लोगों ने जितेंद्र के साथ हाथापाई की।
जितेंद्र किसी तरह अपनी जान बचाकर गैसिंहपुर प्लांट वापस पहुंचा और पूरी घटना की जानकारी डीजीएम को दी। मगर चालक का आरोप है कि डीजीएम किशोर बेहरा ने उसकी बात को नजरअंदाज कर उसके साथ गाली-गलौज और अभद्र व्यवहार किया। इसके विरोध में प्लांट में कार्यरत अन्य ट्रक चालकों ने भी एकजुट होकर काम बंद कर दिया और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया।
चालकों का आरोप है कि प्लांट में गैस सिलेंडर की जांच के दौरान अक्सर सुरक्षा में लापरवाही बरती जाती है, जिसके चलते वॉल्व जैसी तकनीकी गड़बड़ियां होती हैं। जितेंद्र ने कहा, “सिलेंडर के वॉल्व को पकड़ने वाली चूड़ी पहले से कटी हुई थी, जिसकी अनदेखी सुरक्षा अधिकारियों द्वारा की गई, लेकिन गलती का ठीकरा मुझ पर फोड़ा जा रहा है। मेरी तनख्वाह से 1800 रुपये काटे जाने की बात कही गई है।”
एक दर्जन से अधिक ट्रक चालकों ने डीजीएम पर लगातार भेदभाव, दबाव और गाली-गलौज करने के आरोप लगाए हैं और उनके तत्काल ट्रांसफर की मांग की है।
प्लांट के डीजीएम किशोर कुमार बेहरा ने बताया कि प्लांट से प्रतिदिन 45 ट्रकों में गैस सिलेंडर लोड होकर विभिन्न डिस्ट्रीब्यूटरों को भेजे जाते हैं। प्रत्येक ट्रक में 342 सिलेंडर लोड किए जाते हैं। चालकों की हड़ताल से आपूर्ति प्रभावित हो सकती है, हालांकि ट्रांसपोर्ट कंपनियों और चालकों से वार्ता कर जल्द समाधान निकालने का प्रयास किया जा रहा है।
फिलहाल प्लांट पर तनाव का माहौल बना हुआ है और प्रबंधन तथा चालक वर्ग के बीच गतिरोध जारी है।