– वाराणसी के राजघाट पर विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम
– 10 दिवसीय कौशल विकास सत्र से नाविकों को मिलेगा आधुनिक तकनीकी व व्यावसायिक ज्ञान
वाराणसी/लखनऊ: उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग (Uttar Pradesh Tourism Department) द्वारा वाराणसी के ऐतिहासिक राजघाट क्षेत्र में स्थानीय नाविकों के लिए 10 दिवसीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पारंपरिक नाविकों को आधुनिक तकनीक, सुरक्षा मानकों और पर्यटक सेवा कौशल (tourist service skills) से लैस करना है। कार्यक्रम का शुभारंभ स्थानीय विधायक नीलकंठ तिवारी द्वारा किया गया। इसमें नाविकों को नाव संचालन की आधुनिक विधियों, आपदा प्रबंधन, और पर्यटकों से संवाद जैसे विषयों पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण में सैद्धांतिक सत्रों के साथ व्यवहारिक अभ्यास भी शामिल हैं।
उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि “पर्यटन केवल आर्थिक विकास नहीं, स्थानीय समुदायों के सशक्तिकरण का भी आधार है। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक दक्षताओं का संगम है, जिससे नाविकों की कार्यक्षमता और पेशेवर व्यवहार में सुधार आएगा। इससे वाराणसी आने वाले पर्यटकों को एक सुरक्षित और बेहतर अनुभव मिलेगा।” राज्य सरकार पर्यटन को जनकल्याण और आत्मनिर्भरता के साधन के रूप में देखती है, और यह पहल इसी सोच का प्रतिबिंब है।
संयुक्त निदेशक पर्यटन (वाराणसी) दिनेश कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम सरकार की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत पर्यटन से जुड़े स्थानीय समुदायों को आत्मनिर्भर व दक्ष बनाया जा रहा है। यह पहल वाराणसी की सांस्कृतिक पर्यटन छवि को और मजबूती प्रदान करेगी।