‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्तान की सच्चाई दुनिया के सामने लाने के लिए भारत से दो और डेलिगेशन विदेश यात्रा पर रवाना हो गए हैं। जिसमें एक डेलिगेशन का नेतृत्व कांग्रेस नेता शशि थरूर कर रहे हैं, जबकि दूसरे डेलिगेशन के नेता बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा हैं। तीसरे डेलिगेशन की अगुवाई एनसीपी-एसपी सांसद सुप्रिया सुले कर रही हैं। थरूर का डेलिगेशन गुयाना और बैजयंत पांडा का डेलिगेशन पहले बहरीन पहुंचेगा। वहीं, सुप्रिया सुले का डेलिगेशन शनिवार को कतर के लिए रवाना हुआ है।
दिल्ली हवाई अड्डा पर विदेश रवाना होने से पहले कांग्रेस सांसद शशि थरूर और बहरीन रवाना होने वाले डेलिगेशन में शामिल एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी योजना के बारे में बताया। शशि थरूर ने कहा, “हमारा पहला पड़ाव गुयाना का जॉर्जटाउन है। हम न्यूयॉर्क से होकर गुजरेंगे। वहां हमें 9/11 स्मारक देखने का मौका मिलेगा। इससे हम दुनिया को याद दिलाएंगे कि आतंकवादी हमलों के शिकार लोगों के बारे में हम सोचते हैं। पिछले 4 दशकों से आतंकवादी हमलों की श्रृंखला दोहराई गई है। यह प्रतीकात्मक इशारा हमारी यात्रा की शुरुआत को चिह्नित करेगा। हम फिर गुयाना के जॉर्जटाउन जाएंगे और गुयाना में स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं। हम सरकारी अधिकारियों और मंत्रियों से मिलेंगे।”
बहरीन के लिए उड़ान भरने से पहले भाजपा सांसद बैजयंत पांडा ने कहा, “आज हमारा डेलीगेशन पश्चिम एशिया की इस यात्रा पर निकल रहा है। सबसे बड़ा संदेश वह एकता है जो भारत ने दुनिया को दिखाई है और दिखाना जारी रखा है। हम इस संदेश को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि युद्ध के मैदान में जीत हासिल करने के बाद, दुनिया से आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहना महत्वपूर्ण है। हम एक विशेष प्रकार के आतंकवाद से पीड़ित हैं जो राज्य द्वारा प्रायोजित है।”
बहरीन रवाना होने से पहले ओवैसी ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवादी शिविर चला रहा है। वे इस बारे में चारों देशों से बात करेंगे। इसका मतलब है कि ओवैसी भी पाकिस्तान के आतंकवाद को लेकर आवाज उठाएंगे।
एनसीपी-एसपी सांसद सुप्रिया सुले के डेलिगेशन में शामिल कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, ‘पिछले 45 सालों में पाकिस्तान भारत के खिलाफ आतंकवाद को बढ़ावा देता रहा है। वो आतंकवादियों को प्रशिक्षित करता है, उन्हें हथियार देता है और उन्हें भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए सीमा पार भेजता है। इसे उजागर करने के लिए हम सभी अलग-अलग देशों में जा रहे हैं और हमारा प्रयास होगा कि पाकिस्तान द्वारा दक्षिण एशिया में पैदा की गई अस्थिरता के बारे में दुनिया के सामने सच्चाई पेश की जाए।”