तिरुवनंतपुरम। केरल के वायनाड जिले में बारिश से भारी तबाही हुई है। आज तड़के हुए भूस्खलन (Landslide) में 100 से ज्यादा लोगों के फंसे है। लोगों को बचाने के लिए बड़े पैमाने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के मुताबिक अब तक 43 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों में कुछ बच्चे भी शामिल हैं।
जानकारी के मुताबिक लैंडस्लाइड (Landslide) मंगलवार की सुबह तड़के करीब 2 बजे हुई। इसके बाद सुबह करीब 4।10 बजे फिर एक बार लैंडस्लाइड हुई। लैंडस्लाइड के चलते करीब 100 से ज्यादा लोग मलबे में फंस गए, जिन्हें बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है। रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रगति के साथ मरने वालों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।
केरल के मुख्य सचिव वी वेणु ने बताया कि लैंडस्लाइड (Landslide) करीब 2-3 बार हुई। लैंडस्लाइड से घायल होने वाले 16 लोगों को वायनाड के मेप्पाडी में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन भी इस मामले पर नजर बनाए हुए हैं। उन्होंने कहा है कि वायनाड में भूस्खलन (Landslide) के बाद सभी संभावित बचाव कार्यों का समन्वय किया जाएगा।घटना के बारे में पता चलते ही सरकारी तंत्र बचाव अभियान में जुट गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य की सभी सरकारी एजेंसियां लगी हुई हैं। आज राज्य के मंत्री घटनास्थल का दौरा कर सकते हैं।
सेना की टुकड़ी तैनात
हादसे की भयावहता को देखते हुए सेना से रेस्क्यू ऑपरेशन का अनुरोध किया गया था, जिसके बाद सेना ने 4 टुकड़ियां जुटाई गई हैं। इनमें 122 इन्फैंट्री बटालियन (प्रादेशिक सेना) की दो टुकड़ियां और कन्नूर के DSC सेंटर की 2 टुकड़ियां शामिल हैं। बचाव अभियान के लिए अब तक तैनात सेना की कुल संख्या लगभग 225 है, जिसमें चिकित्साकर्मी भी शामिल हैं।
हेल्पलाइन नंबर जारी
वायनाड के सीएमओ के अनुसार, स्वास्थ्य विभाग और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने एक नियंत्रण कक्ष खोला है। आपातकालीन सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर 9656938689 और 8086010833 जारी किए हैं।
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राज्य के एक अधिकारी के अनुसार, वायनाड जिले में मेप्पडी के पास विभिन्न पहाड़ी इलाकों में आज तड़के भारी भूस्खलन (Landslide) हुआ है। इलाके में सैकड़ों लोगों के फंसे होने की आशंका है। केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की फेसबुक पोस्ट के अनुसार, कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी बचाव प्रयासों में सहायता के लिए वायनाड जाने का निर्देश दिया गया है। भारी बारिश के कारण बचाव कार्य में बाधा आ रही है।