लखनऊ: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस (Indian National Congress) के प्रवक्ता अंशू अवस्थी (Anshu Awasthi) ने आज 25 जून को आपातकाल की बरसी पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि जो लोग आज आपातकाल पर सवाल उठा रहे हैं, वे खुद पिछले 11 वर्षों से देश में अघोषित आपातकाल थोपे बैठे हैं। उन्होंने कहा कि संघ और भाजपा के नेताओं की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है और देश की जनता अब इनकी बातों पर विश्वास नहीं करती।
अंशू अवस्थी ने कहा, “आज वे श्रीमती इंदिरा गांधी जी और कांग्रेस पार्टी पर आपातकाल के नाम पर आरोप लगाते हैं, जिन्होंने पाकिस्तान को दो टुकड़ों में बांटकर बांग्लादेश जैसा राष्ट्र रचा, जिन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, जमींदारी प्रथा समाप्त की और राजघरानों की प्रिवी पर्स व्यवस्था को खत्म किया।”
उन्होंने आगे कहा, “श्रीमती इंदिरा गांधी ने आपातकाल के लिए खेद प्रकट करते हुए न केवल आम चुनाव कराए, बल्कि पत्रकारों के सवालों का भी सामना किया। वहीं दूसरी ओर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 वर्षों से अघोषित आपातकाल लगाकर मीडिया की स्वतंत्रता कुचल रहे हैं, पत्रकारों की आवाजें दबाई जा रही हैं, आलोचना करने वालों पर मुकदमे लादे जा रहे हैं।”
अंशू अवस्थी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी लोकतंत्र की दुहाई तो देते हैं, लेकिन आलोचना और असहमति को कुचलते हैं। उन्होंने कहा, “संविधान बदलने की खुली मंशा के साथ जनादेश मांगा गया, लेकिन देश की जनता ने उन्हें करारा जवाब देते हुए उस विचार को अस्वीकार कर दिया।”
उन्होंने कहा कि “इंदिरा गांधी कभी अमेरिका के सामने नहीं झुकीं, लेकिन मोदी सरकार अमेरिका की हर शर्त के सामने सिर झुकाने में गर्व महसूस करती है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि जब मोदी और भाजपा नेता इंदिरा गांधी के नेतृत्व और निर्णय पर सवाल उठाते हैं, तो देश की जनता उन्हें हँसी में उड़ा देती है।
अंत में, अंशू अवस्थी ने कहा कि “आज जो लोग लोकतंत्र और संविधान की दुहाई दे रहे हैं, उन्होंने ही लोकतंत्र की आत्मा को घायल किया है। सच्चाई यह है कि भारत में मौजूदा शासन इमरजेंसी से भी अधिक खतरनाक अघोषित इमरजेंसी का दौर झेल रहा है।”
अंशू अवस्थी
प्रवक्ता, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस