– अधिवक्ता की सतर्कता से टली अनहोनी
लखनऊ/फर्रुखाबाद, यूथ इंडिया संवाददाता: गुरुवार को फर्रुखाबाद से छपरा को जाने वाली उत्सर्ग एक्सप्रेस में बम की सूचना मिलने के बाद हड़कंप मच गया। बम की यह सूचना उस समय मिली जब ट्रेन कानपुर से लखनऊ की ओर जा रही थी। सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं। लखनऊ के मानक नगर रेलवे स्टेशन पर ट्रेन को रोककर जीआरपी, आरपीएफ और स्थानीय पुलिस ने सघन तलाशी अभियान चलाया।
करीब डेढ़ घंटे तक ट्रेन स्टेशन के पास खड़ी रही और यात्रियों को बिना सामान नीचे उतार लिया गया। बम निरोधक दस्ते ने पूरी ट्रेन को खंगाला और यात्रियों के सामान की भी जांच की, लेकिन कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ। जांच के बाद बम की सूचना फर्जी पाई गई, जिसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली और करीब दो घंटे बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
एसीपी कैंट अभय प्रताप मल ने जानकारी दी कि उत्सर्ग एक्सप्रेस में बम की सूचना कानपुर के निकट एक ऑटो में बैठे अधिवक्ता की सतर्कता से मिली। अधिवक्ता ने बताया कि ऑटो में सवार एक युवक मोबाइल पर किसी से बातचीत कर रहा था और उसने कथित तौर पर कहा कि “उत्सर्ग एक्सप्रेस में बम रख दिया गया है”। इसके तुरंत बाद युवक ने फोन बंद कर दिया। यह सुनकर अधिवक्ता ने बिना देर किए पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही जीआरपी, आरपीएफ और पुलिस सक्रिय हो गई और ट्रेन के लखनऊ पहुंचने से पहले ही उसे मानक नगर पर रोककर तलाशी शुरू कर दी गई। वर्तमान में कानपुर पुलिस सीसीटीवी कैमरों की मदद से उस युवक की पहचान और तलाश में जुटी है जिसने यह अफवाह फैलाई।
इस घटनाक्रम में अधिवक्ता की सतर्कता और पुलिस की तत्परता के कारण एक बड़ी अनहोनी टल गई। हालांकि सूचना झूठी निकली, लेकिन इसने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता के महत्व को उजागर कर दिया है।