– कर्नाटक के चिंतामणि से आए प्रतिनिधिमंडल ने आगरा के कुबेरपुर इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिटी का अध्ययन दौरा
– ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की तकनीक बनीं आकर्षण, ‘वेस्ट टू कम्पोस्ट’ प्लांट की सराहना
– टीम ने आरडीएफ, सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग और उपचारित साइट का किया निरीक्षण, स्वच्छता नवाचारों की जमकर प्रशंसा
आगरा: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार (Yogi government) के स्वच्छ और स्मार्ट सिटी (clean and smart city) के विज़न के तहत आगरा नगर निगम द्वारा विकसित इंटीग्रेटेड वेस्ट मैनेजमेंट सिटी, कुबेरपुर की सफलता अब राष्ट्रीय स्तर पर मिसाल बन रही है। इसी क्रम में, कर्नाटक के चिंतामणि म्युनिसिपल कॉरपोरेशन का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को कुबेरपुर में अध्ययन दौरे पर आया। इस दौरे का उद्देश्य ठोस अपशिष्ट प्रबंधन (सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट) के क्षेत्र में आगरा द्वारा अपनाई गई नवीनतम तकनीकों और उत्कृष्ट कार्यप्रणालियों का बारीकी से अध्ययन करना था।
आधुनिक प्रौद्योगिकियों की टीम ने की सराहना
चिंतामणि म्युनिसिपल कॉरपोरेशन के म्युनिसिपल कमिश्नर चलापति के नेतृत्व में आए इस दल में असिस्टेंट एग्जीक्यूटिव इंजीनियर रघुनाथ, हेल्थ इंस्पेक्टर, इंजीनियर और काउंसलर सहित पर्यावरण से जुड़े अन्य अधिकारी शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल ने कुबेरपुर में स्थित ‘वेस्ट टू कम्पोस्ट प्लांट’, उपचारित साइट, आरडीएफ प्लांट और सी एंड डी वेस्ट प्रोसेसिंग प्लांट का गहन निरीक्षण किया। दल ने इन आधुनिक इकाइयों के संचालन, प्रक्रियाओं और आगरा नगर निगम द्वारा इस्तेमाल की जा रही आधुनिक प्रौद्योगिकियों की जमकर सराहना की। अधिकारियों ने कहा कि योगी सरकार के मार्गदर्शन में आगरा ने स्वच्छता और ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के क्षेत्र में जो नवाचार किए हैं, वे अन्य नगर निगमों के लिए प्रेरणास्रोत हैं।
तकनीकी सहयोग और स्वच्छता प्रबंधन को मिलेगी मजबूती
प्रतिनिधिमंडल ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे अध्ययन दौरों से अनुभवों का आदान- प्रदान होता है, जिससे नगर निगमों के बीच तकनीकी सहयोग और स्वच्छता प्रबंधन को और मजबूती मिलती है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि आगरा नगर निगम की इन सफल कार्यप्रणालियों को जल्द ही कर्नाटक में भी लागू किया जाएगा, जिससे शहरी स्वच्छता की दिशा में नए आयाम जोड़े जा सकेंगे।
इस दौरान आगरा नगर निगम की ओर से पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण और एस एफआई सुदेश यादव ने कर्नाटक के दल को तकनीकी जानकारी दी। योगी सरकार की नीतियों के परिणामस्वरूप अब उत्तर प्रदेश के नगर निगम, स्वच्छता और प्रबंधन के क्षेत्र में देश के अन्य राज्यों के लिए एक प्रभावी मॉडल बन रहे हैं।


