प्रसाद देने पर ₹50 का फटा नोट थमाया, विरोध करने पर की गई मारपीट
फर्रुखाबाद। मंदिर पर प्रसाद बेचकर जीवन यापन करने वाली महिला और उसके बीमार पति के साथ मारपीट, अभद्रता और रंगदारी मांगने का गंभीर आरोप शहर के एक व्यापार मंडल नेता पर लगा है। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र सौंपते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई है।
शिकायत के अनुसार, पीड़िता प्रियंका निवासी नवाब दिलावरजंग मोहल्ला, अपने पति गौरव की बीमारी के चलते मंदिर ‘बड़े बूढ़े हनुमान’ के पास प्रसाद बेचकर परिवार का भरण-पोषण करती है। 24 मई को शाम के समय अंकुर श्रीवास्तव निवासी नाला मछरट्टा, शानू तिवारी निवासी बूरा वाली गली, रोहन कश्यप निवासी नगारची मोहल्ला बीबीगंज, विशाल श्रीवास्तव निवासी मदारबाड़ी व अन्य 3-4 लोग मौके पर पहुंचे और प्रसाद मांगा।
पीड़िता के अनुसार, जब उसे ₹50 का प्रसाद दिया गया, तो आरोपित अंकुर श्रीवास्तव ने बदले में ₹50 का फटा हुआ नोट थमा दिया। जब प्रियंका ने वह नोट बदलने को कहा, तो सभी युवक रंगदारी दिखाने लगे और धमकी देने लगे कि यदि दुकान लगानी है तो हर महीने ₹2000 देने होंगे, अन्यथा गाड़ी नहीं लगने दी जाएगी।
जब पीड़िता के पति गौरव ने विरोध करते हुए प्रसाद के पैसे मांगे और गाली देने से मना किया, तो उक्त युवकों ने गौरव के साथ जमकर मारपीट शुरू कर दी। पीड़िता जब अपने पति को बचाने गई तो उसके साथ भी धक्का-मुक्की, मारपीट और अश्लील शब्दों का प्रयोग किया गया। घटना से आहत पीड़िता ने तत्काल थाने जाकर शिकायत की, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही न किए जाने का आरोप लगाया। कहा गया कि “अंकुर व्यापार मंडल का नेता है” कहकर उसे टरका दिया गया।
प्रियंका ने आरोप लगाया कि अंकुर श्रीवास्तव एवं उसके साथी गिरोह बनाकर मंदिर क्षेत्र में वसूली का काम करते हैं। दुकानदारों और छोटे व्यापारियों से जबरन रुपये वसूले जाते हैं और विरोध करने पर धमकाया और पीटा जाता है।
पीड़िता ने अब पुलिस अधीक्षक से मिलकर शिकायती पत्र सौंपा है और जनसुनवाई के माध्यम से भी प्रकरण को उठाया है। उसने मांग की है कि दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए और उसे व उसके परिवार को सुरक्षा प्रदान की जाए।
वहीं, पूरे प्रकरण को लेकर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। पीड़िता की शिकायत पर क्या कार्रवाई होती है, यह देखना शेष है।