फतेहपुर: यूपी के Fatehpur जिले में एक मकबरा (tomb) है, जिसे कुछ लोगों ने इसे ठाकुर जी (Thakurji temple) का प्राचीन मंदिर बताकर 11 अगस्त से सौंदर्यकरण शुरू करने की परमिशन DM से मांगी है। BJP सहित कई हिन्दू संगठनों ने 11 अगस्त को यहां पूजा करने का ऐलान किया है। सदर कोतवाली क्षेत्र के अबू नगर रडइया में एक मकबरे को ठाकुर जी का प्राचीन मंदिर बताने के दावे के बाद तनाव की स्थिति बन गई है।
वहीं, राष्ट्रीय उलेमा कौंसिल ने इसे नवाब अब्दुल समद खान का मकबरा बताया है। कागजों में भी इसी नाम से जमीन दर्ज बताई है। “फतेहपुर: ए गजेटियर” (एच.आर. नेविल, 1906) और इम्पीरियल गजेटियर ऑफ इंडिया (खंड 12, 1881) में उल्लेख है। विवाद को देख पुलिस-प्रशासन ने इस जगह की बेरिकेडिंग करा दी है।
उधर, बीजेपी जिला अध्यक्ष मुखलाल पाल ने दावा करते हुए कहा है कि, यह स्थल ऐतिहासिक रूप से ठाकुर जी का मंदिर है, जिसे आक्रांताओं ने मकबरा बना दिया था। इसी मकबरे के अंदर त्रिशूल और कमल का फूल जैसे प्रतीक मौजूद हैं, जो हिंदू मंदिर होने का संकेत करते हैं। हालांकि, बीजेपी नेताओं और मठ-मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति ने दावा करते हुए इस स्थल को प्राचीन ठाकुर जी मंदिर है, जिसके सौंदर्यीकरण और नवीनीकरण की मांग की जा रही है। इसके साथ ही पाल ने स्थानीय लोगों से 11 अगस्त 2025 को विवादित स्थल पर पहुंचकर सामूहिक आरती करने की अपील की है। इसी को ध्यान में रखते हुए पुलिस-प्रशासन ने इस जगह की बेरिकेडिंग करा दी है।