– ओवरफ्लो नाले और बिना समन्वय केबल बिछाने की लापरवाही से हुआ हादसा, PWD कर रहा गड्ढा भरने का काम
लखनऊ: राजधानी लखनऊ (Lucknow) की रिंग रोड पर बनी सर्विस लेन पहली ही बारिश में धंस गई, जिससे न केवल यातायात प्रभावित हुआ बल्कि सरकारी एजेंसियों की लापरवाही भी उजागर हो गई है। इंदिरा नगर (Indira Nagar) सेक्टर-18 के पास स्थित इस सर्विस लेन में बारिश (rain) के बाद बड़ा गड्ढा बन गया, जिससे आने-जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
स्थानीय लोगों के अनुसार, बीती रात हुई तेज बारिश के चलते नाले का पानी ओवरफ्लो हो गया, जिससे सड़क की मिट्टी धंस गई और सर्विस लेन का हिस्सा ढह गया। इस घटना ने नगर निगम, लेसा और PWD जैसी विभागीय समन्वयहीनता को उजागर कर दिया है। नाला ओवरफ्लो: सेक्टर 18 क्षेत्र का मुख्य जल निकासी नाला समय पर साफ न किए जाने के कारण बारिश में ओवरफ्लो हो गया।
लेसा की लापरवाही: बिना नगर निगम या PWD को सूचना दिए लेसा (लखनऊ इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई एडमिनिस्ट्रेशन) ने जमीन के अंदर केबल डाली, जिससे जमीन की मजबूती कमजोर हो गई। समन्वय का अभाव: किसी भी विभाग ने यह सुनिश्चित नहीं किया कि सर्विस लेन के नीचे नाले और केबल का समुचित प्लानिंग के साथ निर्माण हुआ हो या नहीं।
घटना की सूचना मिलते ही PWD की टीम मौके पर पहुंची और तत्काल गड्ढे को भरने का काम शुरू कर दिया गया। अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल लेन को चालू रखने के लिए अस्थायी मरम्मत की जा रही है, लेकिन स्थायी समाधान के लिए पूरा पुनर्निर्माण आवश्यक होगा।
लखनऊ में इस मानसून की पहली बारिश में लगभग 42.6 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई (मौसम विभाग के अनुसार)।
नगर निगम के रिकॉर्ड के अनुसार इंदिरा नगर क्षेत्र में 34 जल निकासी नाले हैं, जिनमें से 19 की अभी तक सफाई अधूरी है। लेसा द्वारा पिछले तीन महीनों में 82 नई केबल लाइनें बिछाई गई हैं, जिनमें से करीब 70% कार्य बिना PWD से समन्वय के हुए।
सेक्टर-18 निवासी संजय त्रिपाठी ने कहा,
“हम हर बार शिकायत करते हैं कि बारिश से पहले नाले की सफाई करवाई जाए लेकिन सुनवाई नहीं होती। अब सड़क ही धंस गई है, कल कोई दुर्घटना हो जाती तो कौन ज़िम्मेदार होता?”
गड्ढे के चलते दोपहिया वाहन चालकों के लिए भारी खतरा बना हुआ है। अगर जल्द स्थायी मरम्मत न हुई तो रिंग रोड की मुख्य सड़क पर भी असर पड़ सकता है। स्थानीय पार्षद और सामाजिक संगठनों ने पूरे प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। उनका कहना है कि अगर विभागों में आपसी समन्वय नहीं हुआ, तो ऐसी घटनाएं लगातार होती रहेंगी।