फ़र्रूख़ाबाद: जिले में सार्वजनिक राशन वितरण प्रणाली में गड़बड़ी और भ्रष्टाचार की शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। शहरी क्षेत्र में राशन कोटे का वितरण तय समय पर नहीं हो रहा है और यह राशन श्याम नगर और सातनपुर मंडी रोड जैसे क्षेत्रों से दुकानदारों को मनमानी तरीके से वितरित किया जा रहा है। यह मामला खाद्य निरीक्षक नेहा गुप्ता की लापरवाही और उनके भ्रष्टाचारी तरीके से जुड़ा हुआ है, जिसके चलते व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है।
राशन वितरण में हो रही गड़बड़ी का खुलासा करते हुए यह सामने आया है कि श्याम नगर से राशन उठाया जाता है, जबकि सरकारी राशन को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने की प्रक्रिया से बचते हुए इसे मंडी रोड पर स्थित दुकानदारों को ट्रक और ट्रैक्टर द्वारा वितरित किया जाता है। यह तरीका न केवल नियमों का उल्लंघन है, बल्कि खाद्य निरीक्षक नेहा गुप्ता की लापरवाही और भ्रष्टाचार के चलते राशन वितरण प्रणाली पूरी तरह से प्रभावित हो रही है।
क्या है गोलमाल:
शहरी क्षेत्रों में राशन वितरण का सही तरीके से संचालन नहीं हो रहा। मंडी रोड पर स्थित दुकानदारों को ट्रक और ट्रैक्टर के जरिए राशन दिया जाता है।जबकि यह माल सीधे दुकानों पर पहुंचने के आदेश सरकार द्वारा दिए जा चुके हैं। खाद्य निरीक्षक नेहा गुप्ता के भ्रष्टाचार और लापरवाही से सरकारी नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है।
डीएसओ सुरेंद्र यादव और खाद्य निरीक्षक नेहा गुप्ता के खिलाफ जनता में नाराजगी है। दोनों अधिकारियों की लापरवाही के कारण राशन वितरण में भ्रष्टाचार हो रहा है। इसके चलते योगी सरकार की साख पर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि राशन का वितरण गरीबों तक पहुंचने के बजाय कुछ दुकानदारों और ठेकेदारों तक सीमित हो रहा है।
जिलाधिकारी ने इस मामले में संज्ञान लिया है और अधिकारियों को कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। इस घटना को लेकर स्थानीय प्रशासन द्वारा जल्द ही जांच शुरू की जाएगी और जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।