– निवेश, सड़क, और शहरी विकास में यूपी देश के अग्रणी राज्यों में शामिल, आंकड़े दे रहे गवाही
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश ने विकास के क्षेत्र में एक नया इतिहास रचा है। जहाँ पहले उत्तर प्रदेश पिछड़ेपन और अपराध के लिए जाना जाता था, वहीं अब ये राज्य देश के सबसे तेज़ी से विकसित होने वाले राज्यों की सूची में शामिल हो गया है।
प्रदेश में इंफ्रास्ट्रक्चर, निवेश और शहरी सुविधाओं में रिकॉर्ड स्तर की बढ़ोतरी हुई है। 2017 से अब तक योगी सरकार ने जिस तरह योजनाबद्ध तरीके से राज्य को नई दिशा दी है, वह “डबल इंजन सरकार” के सफल मॉडल की मिसाल है।
₹40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव:
फरवरी 2023 में लखनऊ में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में उत्तर प्रदेश को ₹40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव मिले हैं। इससे अनुमानित 92 लाख रोजगार सृजित होने की संभावना है।
एक्सप्रेसवे की क्रांति:
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (341 किमी): चालू,
बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे (296 किमी): चालू,
गंगा एक्सप्रेसवे (594 किमी): निर्माणाधीन,
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे, बलिया लिंक रोड: निर्माणाधीन।
हवाई अड्डों का विस्तार:
2017 में जहां सिर्फ 4 एयरपोर्ट चालू थे, अब 11 एयरपोर्ट ऑपरेशनल हैं, और 13 पर काम चल रहा है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा एशिया का सबसे बड़ा बनने की ओर।
शहरी विकास योजनाएं:
प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी): 43 लाख से अधिक घर मंजूर,
स्मार्ट सिटी मिशन: यूपी के 10 शहर शामिल,
अमृत योजना के तहत 14,000 करोड़ से अधिक खर्च।
बिजली आपूर्ति में सुधार:
2017 में जहाँ ग्रामीण क्षेत्रों में औसतन 12-14 घंटे बिजली मिलती थी, अब यह बढ़कर 18-20 घंटे हो गई है। शहरों में 22-24 घंटे नियमित आपूर्ति हो रही है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा: “उत्तर प्रदेश को विकास के पथ पर ले जाने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। हम हर क्षेत्र में समावेशी और सतत विकास कर रहे हैं।”