– घटिया सामग्री और लापरवाही पर उठे सवाल, ग्रामीणों में आक्रोश
शमसाबाद (फर्रुखाबाद): थाना शमसाबाद (PS Shamsabad) क्षेत्र के ग्राम बेला सराय गजा में बुधवार दोपहर एक निर्माणाधीन मकान (house under construction) का लेंटर अचानक भरभराकर गिर गया, जिससे राजमिस्त्री रामनाथ (60) और मजदूर संजीव कुमार (40) मलबे में दबकर गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद गांव में अफरा-तफरी मच गई। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने मलबा हटाकर दोनों को बाहर निकाला और उन्हें तत्काल सीएचसी शमसाबाद भेजा गया, जहां से प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत में लोहिया अस्पताल फर्रुखाबाद रेफर कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार, यह निर्माण कार्य ग्राम निवासी सुरेश चंद्र मिश्र के मकान पर चल रहा था। दोपहर लगभग 1 बजे लेंटर डाला जा रहा था। उस वक्त राजमिस्त्री और मजदूर छत पर काम कर रहे थे और लेंटर की कमान संभाले हुए थे। तभी अचानक छत भरभरा कर गिर पड़ी और दोनों वहीं फंस गए। ग्राम प्रधान संत कुमार ने तुरंत घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों की मदद से मलबा हटवाया और घायलों को निकाला। मौके पर मौजूद डॉक्टर अलीम अंसारी ने सीएचसी पर दोनों को प्राथमिक उपचार देने के बाद लोहिया अस्पताल रेफर किया।
घटना के बाद ग्रामीणों के बीच चर्चा का माहौल गर्म हो गया। स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य में प्रयुक्त सीमेंट, रेत और सरिया की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। वहीं कुछ लोगों ने ठेकेदार व मकान मालिक पर सुरक्षा मानकों की अनदेखी करने का आरोप लगाया। ग्रामीणों का कहना है कि न तो लेंटर डालने से पहले तकनीकी जांच कराई गई, न ही मजदूरों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम थे।
हैरानी की बात यह रही कि इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी पुलिस को कोई औपचारिक सूचना नहीं दी गई। न तो मकान मालिक की ओर से और न ही किसी चश्मदीद द्वारा थाने में रिपोर्ट की गई है। इससे प्रशासन की निगरानी और जवाबदेही पर सवाल खड़े हो रहे हैं। गांव के जागरूक नागरिकों ने जिलाधिकारी व प्रशासन से मांग की है कि: घटिया निर्माण सामग्री की जांच के लिए तकनीकी टीम भेजी जाए।
लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। घायलों को उचित मुआवजा और मुफ्त चिकित्सा सुविधा दी जाए। गांव निवासी शिवशंकर पाल ने कहा, “यह केवल हादसा नहीं, लापरवाही की देन है। ऐसे मामलों में अगर कार्रवाई नहीं हुई तो भविष्य में और बड़ी घटनाएं हो सकती हैं।”