अमृतपुर की बालू शाहजहांपुर जिले के जलालाबाद अल्लाहगंज में धड़ल्ले से से बिक रही है रॉयल्टी की चोरी कर लग रहा है रोजाना सरकार को लाखों का चूना
फर्रुखाबाद: जिले में इस समय बालू का खनन धड़ल्ले से किया जा रहा है निर्धारित स्थानों की अतिरिक्त कई गंगा (Ganga) की तलती में कई स्थानों पर अवैध पोकलैंड मशीन खनन कर कर रही है,सबसे ज्यादा गंगा पार क्षेत्र की अमृतपुर तहसील के आसमपुर बालीपट्टी (Assampur Balipatti) में धड़ल्ले बालू के ओवरलोड डंपर बड़े ट्रक दूरस्थ स्थानों पर इसको ले जा रहे हैं इसमें भारी मात्रा में रॉयल्टी की चोरी कर सरकार को रोजाना लाखों का चूना लगाया जा रहा है कार्रवाई के नाम पर दूसरे क्षेत्रों में एकाद ट्राली भैंसा बुग्गी को पड़कर अभियान कर सरकार की आंखों में धूल झोंक दी जाती है।
मजेदार बात है कि ट्रैक्टर और डंपर के माध्यम से बालू जलालाबाद और शाहजहांपुर जनपद के विभिन्न क्षेत्रों में बेची जा रही है बिना रॉयल्टी के जाने वाली इन गाड़ियों कि अगर जांच हो तो खनन का बड़ा खेल उजागर हो सकता है। रात्रि में आल्हागंज पुलिस ने बालू भर कर जा रहे दो ट्रकों को पकड़ा है जिससे खनन माफियाओं में खलबली मच गई है प्रदेश स्तर की खाकी धारी आका ट्रकों को छुड़वाने के लिये लगातार प्रयास किए जा रहे है लेकिन मामला शासन स्तर तक तक पहुंच जाने से ट्रकों में भरी रेत की रॉयल्टी और ओवर लोडिंग की जांच की जा रही है इस बड़े खेल की पूरी जानकारी होने के बाद भी प्रशासन ने अपनी जुबान बंद कर ली है जैसे सर्दियों में पैरालिसिस अटैक पड़ता है।
क्षेत्र के कई लोगों ने इस मामले की शिकायत स्थानीय प्रशासन से करना बंद कर दी है इस मामले में मुख्यमंत्री डीजीपी खनन सचिव को ट्विटर फेसबुक व्हाट्सएप के जरिए की है। पुत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शाहजहांपुर जिले के लिए फर्रुखाबाद से अवैध रूप से बालू बेचने की शिकायत वहां के जिला अधिकारी से भी की गई है जिले से सटे रहने वाले नागरिकों ने रहने वाले नागरिकों ने जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायतें भेजी है।
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि जनपद फर्रुखाबाद की तहसील अमृतपुर के ग्राम आसमपुर अमृतपुर में साधारण बालू का 5 वर्षीय खनन का पट्टा है खनन क्षेत्र में साधारण बालू ना मिलने के कारण पट्टा धारक खनन स्थल से ट्रैक्टर और डंपर और ट्रकों के माध्यम से बालू को हुल्लापुर चौराहा अल्लाहगंज एवं जलालाबाद कांट शाहजहांपुर में बिना रॉयल्टी के कम दामों में बेच रहे हैं जिससे खनन माफियाओं द्वारा पूरे क्षेत्र में बिना रॉयल्टी के बालू पहुंचने के कारण शाहजहांपुर के पट्टा धारकों को काफी नुकसान हो रहा है परिवहन विभाग की मदद से आने वाली गाड़ियों को हरी झंडी देकर छोड़ दिया जा रहा है जिससे यह लोग बेखौफ होकर खनन करने वाली गाड़ियां फर्रुखाबाद से शाहजहांपुर जिले में लगातार भेजी जा रही हैं लेकिन खाकी और खादी के गठजोड़ के चलते अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।
बताते चलें कि शासन के निर्देश पर अवैध खनन एवं परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण के लिए बुधवार को प्रातः अमृतपुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत चेकिंग की गई जिसके तहत ग्राम आदमपुर खनन पट्टा क्षेत्र पर खनन अधिकारी संजय प्रताप सिंह ने आवश्यक छापेमारी की मौके पर एक पोकलैंड खनन स्थल करते हुए पाई गई। खनन स्थल ग्राम मांझा की मढैया ग्राम आदमपुर में किया जा रहा था जिसकी खनन पट्टे से दूरी लगभग 420 मीटर है इस पोकलैंड को थाना अमृतपुर की अभिरक्षा में दिया गया है।
खनन अधिकारी ने यह जानकारी 11:00 बजे सूचना विभाग को भेजी थी लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि यह पत्ता किसके नाम है पोकलैंड मशीन 420 मीटर की दूरी पर पकड़ने पर कितना जुर्माना हुआ अवैध खनन का एरिया कितने क्षेत्रफल में था यह भी नहीं बताया। इस संबंध में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व से जानकारी की गई तो उन्होंने यह बताया की चीज सेक्रेटरी की बी में है जबकि सायं 6:40 बजाकर 40 मिनट पर बी सी हो गई थी इसके बाद जिलाधिकारी ने प्राइवेट और सीयूजी दोनों नंबर पर बात नहीं की इससे यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रशासन अवैध बालू खनन और परिवहन के मामले में कितना संवेदनशील है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जीरो टॉलरेंस नीति अपना रहे हैं नीति अपना रहे हैं लेकिन स्थानीय तौर पर खड़ी और खाकी इस अभियान में पलीता लगा रही है जिससे सरकार को रायल्टी के रूप में लाखों का नुकसान रोजाना हो रहा है। उधर ग्रामीणों का आरोप है कि खनन करने वाली ओवरलोड गाड़ियों से गांव की सड़के पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है यह गाड़ियां अवैध रूप से ओवरलोड होकर चलती हैं इन गाड़ियों को यदि प्रशासन द्वारा पकड़ा जाए तो इन्हें सीज करने का प्रावधान है लेकिन इस पूरे मामले को नजरअंदाज किया जा रहा है इनकी 15 टन की क्षमता होने के बावजूद 35 से 50 टन बालू भरकर यहां ट्रक चलाए जा रहे हैं जिस कारण क्षेत्रीय सड़के भी खराब हो रही हैं।
ओवरलोड गाड़ियों को यदि पकड़ा जाए तो बड़ी मात्रा में राजस्व बचाया जा सकता है, लेकिन मिली भगत के चलते इन गाड़ियों को हुल्लापुर चौराहे से जलालाबाद की तरफ आने के लिए हरी झंडी मिल जाती है और यह खनन माफिया दिनदहाड़े बालू खनन करके सड़क पर ट्रैक्टरो और डंपरो व ट्रकों के माध्यम से बेची जा रही हैं यह गाड़ियां बिना रॉयल्टी और ओवरलोड चलाए जाने के कारण काफी हद तक सरकार को प्रति दिन लाखों रुपयों का चूना लगा रही हैं।
अवैध खनन को लेकर हरदोई शाहजहांपुर हुल्हापुर अमृतपुर फर्रुखाबाद आदि की दर्जन पर गाड़ियां इन दिनों शाहजहांपुर क्षेत्र में चलाई जा रही है जिन्हें चेक किया जाए तो बिना रॉयल्टी और ओवरलोड चलाई जाने वाली गाड़ियों को पुलिस और ए आर टी ओ द्वारा सीज किए जाने की मांग लगातार की जा रही है परंतु मिलीभगत से खनन माफियाओं के आगे प्रशासन की स्थिति पैरालिसिस अटैक जैसी है यदि वह कार्रवाई के लिए आगे बढ़ता है तो नेताजी गुर्राएंगे प्रशासन सब जानते हुए भी मौन है जिससे यह खनन माफिया सरकार को प्रतिदिन लाखों का चूना लगा रहे हैं शिकायत करने वाले लोगों ने इन गाड़ियों पर रोक लगाये जाने और आरटीओ द्वारा चेक कर गाड़ियों को सीज किए जाने की मांग की है शिकायत मुख्यमंत्री तक भेजी गई है।
अमृतपुर के आसमपुर क्षेत्र में अनंत राम शाक्य का 5 वर्ष के लिए खनन पट्टा है जिसकी अवधि अक्टूबर 2026 में खत्म हो रही है। अमृतपुर में ही दो बालू के भंडारण हैं एक अजय गुप्ता निवासी बजरिया हरलाल फर्रुखाबाद 30 हजार घन मीटर तथा दूसरा पुरुषोत्तम पुत्र मानसिंह निवासी कच्चा कटरा अमला जनपद बरेली का 25 हजार घन मीटर बालू का भंडारण नगला हूसा में है लेकिन वर्तमान में क्षमता से कई गुना बालू का भंडारण इन दोनों स्थानों पर है। क्षेत्रीय प्रशासन एसडीएम तहसीलदार के आंखों के सामने से ही ओवरलोड गाड़ियां निकल जाती हैं लेकिन किसी अधिकारी की इन गाड़ियों को चेक करने की हिम्मत नहीं पड़ रही है। गाड़ियों के ड्राईवर जब अपने नेता का नाम बताते हैं उस समय अधिकारियों की जुवान लड़खड़ाने लगती है और पैर थरथराने लगते हैं।


