- सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण, सात दिन में न हटाया तो प्रशासन करेगा कार्रवाई
बलरामपुर। धर्मांतरण के आरोपों से घिरे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा पर प्रशासन ने सख्ती शुरू कर दी है। सोमवार शाम करीब 6:30 बजे प्रशासनिक और पुलिस टीम मधपुर स्थित उसकी आलीशान कोठी पर पहुंची और गेट पर बेदखली का नोटिस चस्पा कर दिया। यह कोठी सरकारी बंजर भूमि पर अवैध रूप से बनाई गई है, जिसके खिलाफ अब प्रशासन ने कड़ा रुख अपनाया है।
तहसीलदार एसपी प्रजापति ने बताया कि पहले भी कई बार नोटिस भेजे गए, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अब अंतिम चेतावनी देते हुए कहा गया है कि सात दिन के भीतर अवैध निर्माण स्वयं हटा लिया जाए, अन्यथा प्रशासन अपने स्तर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई करेगा।
राजस्व विभाग की जांच में सामने आया है कि जिस जमीन पर कोठी बनी है वह गाटा संख्या 337/370 पर स्थित है और यह बंजर भूमि है। इसका न तो किसी को आवंटन हुआ है और न ही यह आवासीय उपयोग के लिए स्वीकृत है। नीतू रोहरा के नाम पर बनी इस कोठी को पूरी तरह अवैध करार दिया गया है।
जब प्रशासनिक टीम ने नोटिस चस्पा किया तो कोठी में रह रहे लोगों ने विरोध जताया। छांगुर की बहू साबिरा बाहर आकर रो पड़ी और प्रशासन पर डराने-धमकाने का आरोप लगाया। हालांकि प्रभारी निरीक्षक अवधेश राज सिंह ने इन आरोपों को निराधार बताया और कहा कि सुरक्षा के लिहाज से मधपुर में पुलिस बल बढ़ा दिया गया है।
प्रदेश में हो रहे अवैध धर्मांतरण को लेकर सिख और सिंधी समाज के लोग खासे नाराज हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अपील की कि ऐसे मामलों में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि हिंदू परिवारों को निशाना बनाकर लड़कियों को बहला-फुसलाकर धर्म परिवर्तन कराना गंभीर अपराध है।
छांगुर बाबा की सहयोगी मानी जा रही नीतू नवीन रोहरा और उनके पति नवीन घनश्याम रोहरा के यूएई से संबंधों की जांच में एटीएस जुट गई है। दस्तावेजों के अनुसार नीतू ने 2014 से 2019 तक 19 बार और नवीन ने 2016 से 2020 तक 19 बार यूएई की यात्रा की। दोनों केवल एक बार साथ गए और अलग-अलग लौटे, जिससे संदेह गहरा गया है।