– ऑपरेशन सिंदूर पर 28-29 जुलाई को होगी चर्चा
– दोनों सदनों में 16-16 घंटे बहस
– राहुल बोले- हिंदुस्तान में इलेक्शन चोरी किए जा रहे हैं
नई दिल्ली: संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ही विपक्ष (opposition) के तीखे विरोध और हंगामे के चलते लगातार तीसरे दिन भी लोकसभा (Lok Sabha) और राज्यसभा में कोई ठोस कार्यवाही नहीं हो सकी। “ऑपरेशन सिंदूर” और “बिहार वोटर वेरिफिकेशन” जैसे मुद्दों को लेकर विपक्षी दलों ने दोनों सदनों में जमकर हंगामा किया। लोकसभा में 28 जुलाई और राज्यसभा में 29 जुलाई को ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा तय की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोनों सदनों में 16-16 घंटे बहस के लिए निर्धारित किए गए हैं।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, “हिंदुस्तान में चुनाव चोरी किए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में मैच फिक्सिंग हुई, हमने दिखाया। कर्नाटक की एक सीट की जांच की वहाँ बड़े पैमाने पर वोट चोरी मिला, जल्द जनता को सब बताएंगे।” उन्होंने बिहार में चल रहे SIR (Special Intense Revision) अभियान को लेकर आरोप लगाया कि SC, ST, OBC और अल्पसंख्यकों के वोट काटे जा रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार दावा कर रही है कि “ऑपरेशन सिंदूर” अभी भी जारी है, जबकि डोनाल्ड ट्रंप 25 बार कह चुके हैं कि उन्होंने सीजफायर कराया। फिर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर चुप हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि “अगर ट्रंप झूठ बोल रहे हैं तो पीएम कुछ क्यों नहीं कह रहे?”
लोकसभा और राज्यसभा दोनों में विपक्षी सांसद नारेबाजी करते हुए वेल तक पहुंचे और काले कपड़े लहराए। लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने चेताया कि “आप सड़क जैसा व्यवहार संसद में न करें।” बाद में दोनों सदनों की कार्यवाही गुरुवार सुबह 11 बजे और फिर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि “विपक्ष चर्चा की बजाय संसद को ठप कर रहा है। सरकार किसी भी मुद्दे पर बहस को तैयार है।”
सड़क से संसद तक लड़ाई का ऐलान :
राहुल गांधी ने कहा कि INDIA गठबंधन जन अधिकारों की यह लड़ाई संसद से लेकर सड़क तक लड़ेगा और “हम चुप नहीं बैठेंगे।”