-सरकार के रडार पर बिना लाइसेंस ब्याज कारोबार, चेक के बदले लोगों की संपत्तियां गिरवी
-बढ़पुर के विकास नगर में 80 लाख की जमीन पर खड़ा किया तीन मंजिला मकान
फर्रुखाबाद। जेल में बंद कुख्यात माफिया अनुपम दुबे के बाद अब उसके दाहिने हाथ माने जाने वाले ब्याज कारोबारी वीरेंद्र राजपूत की अवैध संपत्तियों का जाल उजागर हो रहा है। वीरेंद्र ने अपने सहयोगी उपेंद्र उर्फ उदय राजपूत के साथ मिलकर बीते पांच वर्षों में करोड़ों रुपये की अवैध संपत्तियां खड़ी कर ली हैं, जो अब सरकार की जांच के दायरे में आ गई हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वीरेंद्र राजपूत ने बिना किसी वैध लाइसेंस के ब्याज का धंधा चलाकर सैकड़ों लोगों से मोटी रकम वसूल की और चेक व संपत्तियां गिरवी रखवा लीं। इसके जरिए उसने एक संगठित गैंग तैयार किया, जो ब्याज के नाम पर वसूली और संपत्ति कब्जाने में लिप्त रहा।
खुलासे में सामने आया है कि बढ़पुर स्थित आवास विकास नगर में वीरेंद्र ने करीब 80 लाख रुपये में जमीन खरीदकर तीन मंजिला आलीशान मकान बनवाया। इतना ही नहीं, शहर के कई हिस्सों और बाहर के राज्यों में भी उसकी गिरवी रखी संपत्तियां व निवेश की जानकारी सामने आ रही है।
जानकारों का कहना है कि अनुपम दुबे के जेल जाने के बाद यह गैंग उसी की विरासत को संभालते हुए आगे बढ़ा, और अब खुद माफिया नेटवर्क को जेल से संचालित करने में सहूलियत देता रहा।
प्रशासन अब वीरेंद्र और उसके नेटवर्क की संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन की गहन जांच में जुट गया है। आय से अधिक संपत्ति, अवैध वित्त कारोबार और संगठित अपराध की धाराओं में कार्रवाई की संभावना जताई जा रही है।
शहर में चर्चा है कि कई प्रभावशाली लोगों ने भी इस ब्याज माफिया से लेनदेन किए हैं, जिसकी जांच में अब बड़ा खुलासा हो सकता है।