नई दिल्ली: भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (Special Intensive Revision-SIR) के द्वितीय चरण में देश के 12 राज्यों में विशेष प्रगाढ पुनरीक्षण कराने का निर्णय लिया। 12 राज्यों में उत्तर प्रदेश में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (SIR) अभियान 28 अक्टूबर 2025 से शुरू होगा। लगभग 22 वर्ष बाद यह अभियान दोबारा आयोजित हो रहा है।
प्रदेश के 1,62,486 बूथों पर एक साथ यह पुनरीक्षण कार्य किया जाएगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी तथा मतदेय स्थल पर बूथ लेवल अधिकारी की तैनाती की गई है। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारियों और बीएलओ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 28 अक्टूबर से 3 नवम्बर तक तैयारी, प्रशिक्षण और प्रपत्र मुद्रण का कार्य होगा।
4 नवम्बर से 4 दिसम्बर तक बीएलओ घर-घर जाकर गणना प्रपत्र वितरित करेंगे और भरवाकर वापस लेंगे। 9 दिसम्बर को आलेख्य मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। दावे और आपत्तियाँ 9 दिसम्बर से 8 जनवरी तक प्राप्त की जाएँगी तथा निस्तारण 31 जनवरी तक पूरा होगा। अंतिम मतदाता सूची 7 फरवरी 2026 को प्रकाशित होगी। प्रदेश में लगभग 15.44 करोड़ मतदाता हैं।
75 जिला निर्वाचन अधिकारी, 403 निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, 2,042 सहायक अधिकारी और 1,62,486 बूथ लेवल अधिकारी कार्यरत हैं। किसी भी मतदेय स्थल पर 1200 से अधिक मतदाता नहीं होंगे, इसके लिए मतदेय स्थलों का सत्यापन और सम्भाजन भी इस अवधि में की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने सभी राजनीतिक दलों और मतदाताओं से विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण अभियान में सक्रिय सहयोग की अपील की है।


