लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के लोग हर गली चौराहे पर बच्चो से लेकर बुजुर्ग तक भीक मांगने वालो से परशान हो चुके है, एक को दो तो दूसरा भी आ जाता है। भिक्षावृत्ति के खिलाफ कार्रवाई के लिए आज बुधवार को लखनऊ (Lucknow) जिलाधिकारी विशाख जी अय्यर (District Magistrate Visakh G Iyer) मैदान में उतरे। विशाख जी अय्यर ने अर्जुनगंज व टेढ़ी पुलिया चौराहे पर खुद छापेमारी की, इसके अलावा उनकी विशेष टीमों ने एक साथ 19 चौराहों छापेमारी कर कार्रवाई की। इनमे करीब 34 महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। भिखारी गैंग मेंबर के खिलाफ गुडंबा और सुशांत गोल्फ सिटी थाने मुकदमा दर्ज कराया गया है।
डीएम जब खुद अर्जुनगंज और टेढ़ी पुलिया चौराहे पर छापेमारी करने उतरे तो निरीक्षण के दौरा उन्हें कई लोग भीख मांगते सामने दिखे। अर्जुनगंज चौराहे पर एक महिला अपने बच्चे के साथ भीख मांगते मिली। पूछताछ में महिला ने बताया कि एक व्यक्ति रोज 5-6 महिलाओं को भीख मंगवाने भेजता है। शाम को वापस ले जाता है। वहीं, टेढ़ी पुलिया स्थित रोटरी पर एक वृद्ध भीख मांगते मिले, जिन्हें रेस्क्यू वैन से वृद्धाश्रम भेजा गया। डीएम ने तुरंत भीख मंगवाने वाले व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए।
डीएम ने कहा कि, CCTV फुटेज की जांच कर ऐसे लोगों की पहचान की जाए जो बच्चों और महिलाओं को भीख मंगवाने के लिए भेजते हैं और लोकल थानों को निर्देश दिए गए कि रैंडम चौराहों की निगरानी और दौरा करते रहें। साथ ही विशेष टीमों ने चारबाग, हजरतगंज, कपूरथला, टेढ़ी पुलिया, पॉलिटेक्निक, अर्जुनगंज, अलीगंज, खुर्रम नगर, आलमबाग, गोमतीनगर, कैसरबाग सहित कुल 19 प्रमुख चौराहों पर एक साथ छापेमारी की।
भीख मांगते मिली महिलाओं और बच्चों को लोकबंधु अस्पताल भेजा गया, जहां टीकाकरण, स्वास्थ्य परीक्षण के बाद रायबरेली भेजने की व्यवस्था की जा रही है। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी अजय जैन, एसडीएम सरोजनी नगर डॉ. सचिन वर्मा, एसडीएम बीकेटी, एडीएम (सप्तम), जिला प्रोबेशन अधिकारी विकास सिंह, पिछड़ा कल्याण अधिकारी उपस्थित रहे।