फर्रुखाबाद: डॉ. राम मनोहर लोहिया चिकित्सालय (Lohia Hospital) में जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष द्विवेदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) वार्ड का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती कुपोषित बच्चों की स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी ली और उन्हें फल व बिस्कुट वितरित किए। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने बच्चों के परिजनों से अस्पताल में मिल रही सुविधाओं व दवाओं के वितरण के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने गहनता से एनआरसी वार्ड की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और अस्पताल की रसोई में जाकर भोजन की गुणवत्ता की जांच की। जिलाधिकारी ने वहां तैनात कुक दिव्या सक्सेना से भी बातचीत कर समय से उचित डाइट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अवनींद्र कुमार, लोहिया अस्पताल के सीएमएस डॉ. अशोक प्रियदर्शी, एनआरसी वार्ड के इंचार्ज डॉ. विवेक सक्सेना, डाइटिशियन संगीता शुक्ला सहित अन्य मेडिकल स्टाफ मौजूद रहे। निरीक्षण के दौरान जब जिलाधिकारी ने दवाओं के स्टॉक रजिस्टर की मांग की, तो वह रजिस्टर मौके पर उपलब्ध नहीं था। इस पर श्री द्विवेदी ने नाराजगी जाहिर करते हुए निर्देश दिए कि संबंधित रजिस्टर तत्काल उनके कार्यालय में प्रस्तुत किया जाए।
जिलाधिकारी ने यह भी बताया कि उन्होंने स्वयं एनआरसी वार्ड में तीन महिला स्टाफ नर्सों—आराधना, खुशबू और प्रियंका की नियुक्ति की थी। परंतु निरीक्षण के दौरान केवल स्टाफ नर्स आराधना ही ड्यूटी पर उपस्थित मिलीं। शेष दो नर्सों की गैरमौजूदगी पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताई और इस लापरवाही को गंभीरता से लिया।
नाम न छापने की शर्त पर अस्पताल के कुछ कर्मचारियों ने बताया कि मैट्रन रीना चंद नर्सों की ड्यूटी में मनमानी कर रही हैं और तय स्टाफ को एनआरसी वार्ड में नहीं भेजा जा रहा है। इस शिकायत को जिलाधिकारी ने गंभीरता से संज्ञान में लिया है और आवश्यक कार्रवाई के संकेत दिए हैं। हालांकि, निरीक्षण के दौरान एनआरसी वार्ड की कई व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं। बच्चों की देखभाल, साफ-सफाई, पोषण व्यवस्था और वार्ड का वातावरण अपेक्षाकृत बेहतर था।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि एनआरसी वार्ड की संवेदनशीलता को ध्यान में रखते हुए यहां स्टाफ की उपस्थिति और कार्यशैली में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले दिनों में फिर से निरीक्षण करने के संकेत देते हुए उन्होंने अस्पताल प्रशासन को व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए हैं।