शिकायतकर्ताओं से वार्ता न करने वाले अधिकारी होंगे जिम्मेदार, कार्रवाई की चेतावनी
फर्रुखाबाद: कलेक्ट्रेट सभागार फतेहगढ़ में जिलाधिकारी (District Magistrate) आशुतोष कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता में IGRS निस्तारण से संबंधित समीक्षा बैठक (review meeting) आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी ने आवेदकों से संपर्क न करने वाले अधिकारियों पर सख्त नाराजगी जताते हुए स्पष्ट कहा कि ऐसी लापरवाही अनुशासनहीनता और अपराध है।
उन्होंने कहा कि लगातार साप्ताहिक और मासिक समीक्षा के बाद भी अपेक्षित सुधार नहीं हो रहा है। अब जिन अधिकारियों के आवेदकों से संपर्क संबंधी प्रकरण शून्य नहीं होंगे, उनके विरुद्ध सीधी कार्रवाई की जाएगी और उसकी जिम्मेदारी वही अधिकारी वहन करेगा।
अधिकारियों को दिए स्पष्ट निर्देश
जिलाधिकारी ने आदेशित किया कि सभी अधिकारी प्रतिदिन दफ्तर पहुंचते ही सबसे पहले आईजीआरएस पोर्टल चेक करें और प्राप्त शिकायतों का निस्तारण अपनी प्रत्यक्ष निगरानी में कराएं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिकायतकर्ता से स्वयं वार्ता करनी अनिवार्य है। यदि कोई संदर्भ संबंधित विभाग से जुड़ा नहीं है, तो उसे उसी दिन या अधिकतम अगले दिन वापस कर दिया जाए।
उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि शिकायत डिफॉल्टर होने से कम से कम पांच दिन पूर्व आईजीआरएस पर गुणवत्तापूर्ण एवं स्पष्ट निस्तारण आख्या अपलोड करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने विशेष रूप से सीडीपीओ मोहम्मदाबाद, एक्सईएन जल निगम ग्रामीण, एक्सईएन विद्युत, एक्सईएन आवास विकास सहित अन्य विभागीय अधिकारियों को चेतावनी दी।
उन्होंने कहा कि यदि किसी अधिकारी की लापरवाही से शिकायत डिफॉल्टर होगी या जिले की रैंकिंग प्रभावित होगी, तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, जिला विकास अधिकारी समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।