रेलवे रोड पर भी अधूरे कार्यों से नाराज़ व्यापारी बोले — अब होगा जन आंदोलन!
फर्रुखाबाद। शहर का व्यस्ततम पांचालघाट पुल इन दिनों अपनी जर्जर स्थिति के चलते खतरे की घंटी बना हुआ है। भारी वाहनों के गुजरते ही पूरा पुल हिलने लगता है, और जगह-जगह से सरिए और लोहे के गार्डर बाहर नजर आ रहे हैं। इसी मुद्दे को लेकर जिला महिला एवं नगर महिला उद्योग व्यापार मंडल (मिश्रा गुट) ने शुक्रवार को जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर ज्ञापन सौंपा।
व्यापार मंडल की ओर से स्पष्ट किया गया कि —
“बरसात और गंगा में बढ़ते जलस्तर के बीच, अगर पुल की समय रहते मरम्मत नहीं कराई गई तो किसी भी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है। पहले भी देश में कई पुल गिरने की घटनाएं हो चुकी हैं, जिनमें सैकड़ों जानें गई हैं।”
व्यापार मंडल के सदस्यों ने रेलवे रोड की दुर्दशा पर भी नाराजगी जताई। ज्ञापन में कहा गया कि तीन वर्षों से वहां न सड़क बनी, न बिजली के खंभे लगे, और न ही चौक-चौराहों का सुंदरीकरण कार्य शुरू हुआ है।
व्यापार मंडल मिश्रा गुट के अनुसार,
“उद्योग बंधु व व्यापार बंधु की बैठकों में बार-बार मामला उठाने और जिलाधिकारी द्वारा निर्देश दिए जाने के बावजूद, नगर पालिका परिषद व संबंधित अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की।”
ज्ञापन में चेतावनी देते हुए कहा गया कि,
“अगर शीघ्र ही पांचालघाट पुल की मरम्मत और रेलवे रोड के अधूरे कार्य नहीं शुरू किए गए, तो महिला व्यापार मंडल एक बड़ा जन आंदोलन शुरू करेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी।”
बढ़ती जलधारा, पुल की खस्ता हालत और व्यापारी वर्ग की आर्थिक बदहाली — इन सबके बीच जिला प्रशासन की भूमिका अब कसौटी पर है। क्या समय रहते कोई कदम उठाया जाएगा या हादसे का इंतज़ार रहेगा?