अमृतपुर क्षेत्र की घटना, दीवार पर मिले खून के निशान, कई लोग हिरासत में
अमृतपुर/फर्रुखाबाद: थाना अमृतपुर (Police Station Amritpur) क्षेत्र के एक गांव में सोमवार से लापता चल रही 13 वर्षीय किशोरी का शव तीसरे दिन बुधवार को गांव के ही एक बाड़े में भूसे के ढेर में दबा मिला। किशोरी के शव की बरामदगी के बाद गांव में सनसनी फैल गई, वहीं परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और जांच तेज कर दी है।
घटना थाना अमृतपुर क्षेत्र के एक गांव की है, जहां सोमवार सुबह करीब 8 बजे 13 वर्षीय किशोरी घर से दाल लेने परचूनी की दुकान पर गई थी, लेकिन वापस नहीं लौटी। परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर खोजबीन शुरू की। ड्रोन से गांव के आसपास के इलाकों की तलाशी ली गई, पड़ोसी जिले से डॉग स्क्वॉड भी बुलाया गया, लेकिन कुछ भी पता नहीं चला।
बुधवार को अचानक पुलिस को सूचना मिली कि गांव के ही शिवशरण के भैंसों के बाड़े में भूसे के नीचे एक शव दबा हुआ है। सूचना मिलते ही अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार, क्षेत्राधिकारी अजय वर्मा, थाना पुलिस, फॉरेंसिक टीम और SOG मौके पर पहुंची। शव को बाहर निकाला गया, जिसे मृतका की मां और भाई ने पहचान लिया।
किशोरी का शव जिस बाड़े से मिला, उसके पास ही शिवशरण के भाई रामशरण का घर है। दीवार पर खून जैसे निशान मिले हैं, जिसे देखकर संदेह और गहरा गया है। फॉरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाते हुए सैंपल लिए हैं, जिन्हें जांच के लिए भेजा गया है। शव की शिनाख्त होते ही परिवार में कोहराम मच गया। मां-बाप व भाई का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। परिजनों ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी की निर्दयता से हत्या की गई है और शव को छिपाने के उद्देश्य से भूसे में दबा दिया गया। किशोरी के पिता ने बताया कि उनकी किसी से रंजिश नहीं थी। वह मजदूरी और खेती से परिवार चलाते हैं। मृतका अपने पांच भाई-बहनों में तीसरे नंबर पर थी।
अपर पुलिस अधीक्षक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि 26 मई को गुमशुदगी दर्ज कराई गई थी। अब शव एक घर के बाड़े में मिला है। परिजनों द्वारा दो लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दी गई है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। इसके साथ ही मृतका के मामा व गांव के अन्य कुछ युवकों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। अधिकारियों का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत के कारणों का स्पष्ट पता चल सकेगा, वहीं फॉरेंसिक रिपोर्ट और मोबाइल कॉल डिटेल्स की भी जांच की जा रही है।