– धरने पर बैठे किसान नेताओं से उपजिलाधिकारी ने की वार्ता, मानी सभी जायज मांगें
अमृतपुर, फर्रुखाबाद: भारतीय किसान यूनियन अखंड प्रदेश (Bhartiya Kisan Union Akhand Pradesh) के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र सिंह सोमवंशी के नेतृत्व में किसानों ने सोमवार 20 जून को दहेलिया भैरव मंदिर (Dahliya Bhairava Temple) पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया। इससे पहले 16 जून को उन्होंने अमृतपुर तहसील में उप जिलाधिकारी को छह सूत्रीय मांग पत्र सौंपा था, जिसमें हाईवे निर्माण में भूमि अधिग्रहण, सर्किल रेट, और बिजली आपूर्ति से जुड़ी समस्याएं उठाई गई थीं।
मांग पत्र में उल्लेख किया गया था कि गांधी, तुषोर, तुर्कहटा, बिलालपुर सहित अन्य गांवों में किसानों की ज़मीन हाईवे निर्माण में ली जा रही है, लेकिन उन्हें पुरानी सर्किल दरों पर मुआवजा दिया जा रहा है। जबकि किसान पहले से ही सीमित भूमि पर कृषि कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। यूनियन ने नए सर्किल रेट के अनुसार मुआवजा भुगतान की मांग की थी।
इसके साथ ही यूनियन अध्यक्ष ने गंगा पार क्षेत्रों में बिजली कटौती और उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जाने पर भी कड़ी चेतावनी दी थी। चेतावनी दी गई थी कि यदि 20 जून तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन तेज किया जाएगा। प्रशासन की ओर से समय रहते कोई कार्यवाही न होने पर 20 जून को किसान संगठन ने धरना शुरू किया, जिससे प्रशासन में हड़कंप मच गया। स्थिति को गंभीर होता देख उप जिलाधिकारी अतुल कुमार, मोहम्मदाबाद क्षेत्राधिकारी राजेश कुमार द्विवेदी और राजेपुर थाना प्रभारी नवीन कुमार मौके पर पहुंचे और किसान नेताओं से वार्ता की।
वार्ता के दौरान उप जिलाधिकारी ने भरोसा दिलाया कि किसानों की सभी जायज मांगों का समाधान एक महीने के भीतर कर दिया जाएगा। इस आश्वासन से संतुष्ट होकर किसान नेताओं ने फिलहाल अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन को रोक दिया और प्रशासन को चेताया कि तय समयसीमा में यदि समाधान नहीं हुआ, तो आंदोलन को दोबारा शुरू किया जाएगा। किसान नेता नरेंद्र सोमवंशी ने कहा कि किसानों की अनदेखी अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार और प्रशासन को चाहिए कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं पर गंभीरता से ध्यान दें, ताकि किसान शांतिपूर्ण ढंग से जीवन यापन कर सकें।