लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने महाकुंभ 2025 के दौरान संभावित आतंकी हमले की साजिश को विफल करते हुए बब्बर खालसा इंटरनेशनल (BKI) के आतंकी गाजर मसीह को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी उत्तर प्रदेश ATS और पंजाब पुलिस के संयुक्त ऑपरेशन में कौशाम्बी से हुई। पुलिस ने उसके पास से 3 हैंड ग्रेनेड, 2 डेटोनेटर, जिंदा कारतूस, एक सैमसंग मोबाइल और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया है।
डीजीपी प्रशांत कुमार ने पुलिस मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि महाकुंभ के आयोजन से पहले विघटनकारी तत्वों द्वारा गड़बड़ी फैलाने की साजिश की सूचना मिली थी। खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू (जो न्यूयॉर्क में रहता है) ने महाकुंभ के दौरान हमले की धमकी दी थी। इसी क्रम में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क थीं और यूपी में STF और ATS लगातार काम कर रही थीं।
डीजीपी ने बताया कि आतंकी गाजर मसीह पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI और पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में था। वह गाजियाबाद में फर्जी पते पर आधार कार्ड बनवाकर पासपोर्ट लेने की फिराक में था और महाकुंभ में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
ATS के अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह की टीम और पंजाब पुलिस को उसकी गाजियाबाद और कौशाम्बी में मौजूदगी की सूचना मिली। इसके बाद बीती रात 3:15 बजे ऑपरेशन चलाकर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
पंजाब में कई आतंकी घटनाओं में शामिल रहा है।
बटाला, पंजाब में फिरौती के लिए एक व्यक्ति को गोली मारी थी। पीलीभीत में मारे गए आतंकियों को असलहा व गोला-बारूद मुहैया कराया था। ISI के इशारे पर भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने की फिराक में था। महाकुंभ में पुलिस की सक्रियता की वजह से हमला नहीं कर सका।
डीजीपी ने बताया कि महाकुंभ में गड़बड़ी फैलाने के लिए ISI और BKI के इशारे पर काम कर रहे एक अन्य आतंकी अब्दुल रहमान को फरीदाबाद से दबोचा गया। उसके पास से भी कई संवेदनशील दस्तावेज और डिजिटल सबूत मिले हैं, जिनका साइबर एनालिसिस किया जा रहा है।
डीजीपी ने बताया कि महाकुंभ में 50,000 सुरक्षा बलों की तैनाती थी, जिससे कोई भी आतंकी संगठन अपनी साजिश को अंजाम नहीं दे सका। उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की मुस्तैदी से एक बड़ी आतंकी साजिश को नाकाम कर दिया गया है।
गाजर मसीह की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियां अन्य संदिग्धों की तलाश में लगी हैं। डीजीपी ने बताया कि इस आतंकी नेटवर्क से जुड़े कुछ लोग अमेरिका और पुर्तगाल में मौजूद हैं, जिनकी पहचान कर ली गई है। पुलिस अब उनके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी में है।