कई हिस्सों में लू का खतरा, डॉक्टर्स ने सेहत को लेकर दी सावधानी बरतने की सलाह
नई दिल्ली। देश में गर्मी ने अभी से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मार्च के अंत तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि अप्रैल की शुरुआत में भी तापमान उच्च स्तर पर बना रह सकता है। इसके साथ ही, कई राज्यों में लू (हीटवेव) का खतरा मंडरा रहा है।
मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी 2025 में भारत का औसत तापमान 22 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो अब तक का सबसे अधिक तापमान है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की कमी के कारण उत्तर भारत में इस साल अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है। मार्च-अप्रैल के दौरान उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, बिहार और झारखंड में लू चल सकती है।
उत्तर प्रदेश में फरवरी में औसत तापमान सामान्य से अधिक दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार, हमीरपुर, वाराणसी और लखनऊ में 28 फरवरी की रात का तापमान क्रमशः 19.2°C, 19.5°C और 19.4°C दर्ज किया गया, जो इन शहरों की फरवरी की सबसे गर्म रात थी। इसी तरह, मार्च-अप्रैल में दिन का तापमान 40°C को पार कर सकता है, जिससे हीटवेव का खतरा बढ़ जाएगा।
तेजी से बढ़ते तापमान और संभावित हीटवेव के मद्देनजर डॉक्टरों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। विशेषज्ञों के अनुसार, हीटवेव से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, हल्के और ढीले कपड़े पहनें, दोपहर में घर से बाहर निकलने से बचें और ज्यादा गर्मी में काम करने वालों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए।
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के पूर्वानुमान के अनुसार, मार्च से मई 2025 तक भारत समेत दुनिया के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान दर्ज किया जा सकता है। अरब प्रायद्वीप, उत्तर-पूर्वी एशिया, पश्चिमी तटीय भारत और दक्षिण-पूर्व एशिया में भी अधिक गर्मी पड़ने की संभावना है।