आईआईटी कानपुर के ‘समन्वय’ कार्यक्रम में बोले – 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य आत्मनिर्भरता से ही सम्भव
लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi) ने कहा कि टेक्नोलॉजी (Technology) मनुष्य के लिए वरदान है और इसका उपयोग मानवता एवं देशहित में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2047 तक विकसित भारत का जो लक्ष्य रखा गया है, उसकी प्राप्ति आत्मनिर्भरता से ही सम्भव है।
मुख्यमंत्री मंगलवार को आईआईटी कानपुर में आयोजित उद्योग-अकादमिक जुड़ाव कार्यक्रम ‘समन्वय’ में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर का गौरवशाली इतिहास रहा है और बीते छह दशकों में इसने टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है।
योगी ने उद्योग जगत से जुड़े प्रतिनिधियों से अपने मुनाफे का बड़ा हिस्सा इनोवेशन, रिसर्च और डेवलपमेंट में लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि आईआईटी कानपुर को भारत का पहला डीप टेक भारत-2025 विकसित करने की दिशा में अग्रसर होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि कानपुर में मेड-टेक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाया जा रहा है, जो अगले वर्ष प्रदेशवासियों को उपलब्ध होगा। साथ ही, संस्थान क्वांटम कम्प्यूटिंग समेत विज्ञान, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और गणित के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि कोरोना काल में प्रोफेसर मणिन्द्र अग्रवाल द्वारा प्रस्तुत गणितीय मॉडल ने कोविड नियंत्रण में सरकार की बड़ी सहायता की। योगी ने कहा कि भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और दो वर्षों में यह तीसरे स्थान पर पहुँच जाएगा। उत्तर प्रदेश भी देश की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड अब सूखा और डकैत समस्या से मुक्त होकर निवेश का केंद्र बन रहा है। प्रदेश में आठ वर्षों में 240 करोड़ पौधे लगाए गए, जिससे वन क्षेत्र में वृद्धि हुई है। साथ ही, साइबर अपराधों से निपटने के लिए हर जिले में साइबर थाना और 1583 थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की गई है। इस अवसर पर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री राकेश सचान, आईआईटी कानपुर निदेशक प्रो. मणिन्द्र अग्रवाल सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।