फर्रुखाबाद: शमशाबाद (Shamshabad) के सभागार में बुधवार दोपहर आधा सैकड़ा से अधिक शिक्षकों (Teachers) को विशेष प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में एआरपीओ (एरिया रिसोर्स पर्सन ऑफिसर) ने शिक्षकों को यू-डाइज़ (U-DISE) से संबंधित जानकारी प्रदान की, जबकि कृषि विभाग के अधिकारियों ने “श्री अन्न – मोटा अनाज” के महत्व पर विस्तृत जानकारी दी।
प्रशिक्षण सत्र में कृषि विभाग के एडीओ (पीटीएस) महिपाल सिंह एवं कृषि रसायन सहायक विकास अधिकारी रामनिवास उपस्थित रहे। उन्होंने शिक्षकों को बताया कि मोटा अनाज (जैसे ज्वार, बाजरा, रागी आदि) का सेवन करने से बीपी, शुगर जैसी गंभीर बीमारियों से बचाव किया जा सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि यह अनाज स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में अत्यंत लाभकारी है।
प्रशिक्षण में लगभग 60 शिक्षकों ने भाग लिया और कृषि विभाग के विशेषज्ञों से पोषण, स्वास्थ्य और विद्यालय स्तर पर विद्यार्थियों में मोटा अनाज के प्रचार-प्रसार से संबंधित उपयोगी जानकारियाँ प्राप्त कीं। खंड शिक्षा अधिकारी वीरेंद्र सिंह ने बताया कि जिला स्तर पर कार्य होने के कारण वे प्रशिक्षण में स्वयं उपस्थित नहीं हो सके, लेकिन उन्होंने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारियों और एआरपीओ ने प्रशिक्षण को सफलतापूर्वक संपन्न कराया।
इस अवसर पर अधिकारियों ने शिक्षकों से आह्वान किया कि वे विद्यालयों में बच्चों को मोटे अनाज के महत्व और स्वास्थ्य लाभों के प्रति जागरूक करें, ताकि आने वाली पीढ़ी स्वस्थ और सशक्त बन सके।


