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Saturday, June 21, 2025

छात्रों को सिखाए सड़क सुरक्षा के गुण, ‘राह-वीर’ बनकर घायलों की जान बचाएं और पाएं ₹25,000 का इनाम

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फर्रुखाबाद: फतेहगढ़ स्थित म्यूनिसिपल इंटर कॉलेज में आज आयोजित विशेष जागरूकता कार्यक्रम में ARTO (प्रशासन) वृजेन्द्र नाथ चौधरी ने छात्रों और एनसीसी कैडेट्स को सड़क सुरक्षा (road safety) के अहम नियमों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सुरक्षित यातायात व्यवहार न केवल हमारी खुद की जान की रक्षा करता है, बल्कि समाज को भी एक सुरक्षित दिशा में ले जाता है।

कार्यक्रम में चौधरी ने दोपहिया वाहन चालकों के लिए हेल्मेट पहनने की अनिवार्यता, वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग न करने और गलत लेन में न चलने जैसी सावधानियों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “जनपद में सड़क दुर्घटनाएं चिंताजनक रूप से बढ़ रही हैं और इस पर युवाओं को विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।”

चौधरी ने बताया कि मई 2025 में जनपद फर्रुखाबाद में 43 सड़क दुर्घटनाएं हुईं, जिनमें 27 लोगों की मौत हो गई, जबकि मई 2024 में 33 दुर्घटनाएं और 14 मौतें दर्ज की गई थीं। यानी दुर्घटनाओं में 30.30% और मृतकों की संख्या में 92.85% की वृद्धि हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि मई 2025 की 43 दुर्घटनाओं में से 33 में कम से कम एक दोपहिया वाहन शामिल था। विशेष चिंता की बात यह रही कि 7 दुर्घटनाओं में दोनों ही वाहन दोपहिया थे, जिनमें 5 लोगों की जान चली गई और 4 घायल हुए।

एआरटीओ ने रॉन्ग साइड ड्राइविंग को गंभीर अपराध बताते हुए कहा कि इसके लिए भारतीय न्याय संहिता की धारा 281 के अंतर्गत कार्रवाई हो सकती है, जिसमें 6 माह तक की सजा, ₹1000 तक का जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। यदि रॉन्ग साइड ड्राइविंग के कारण किसी की मौत होती है, तो मुआवजे का कोई दावा शासन द्वारा नहीं स्वीकार किया जाएगा।

चौधरी ने ‘राह-वीर योजना’ की भी जानकारी दी, जिसे सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने 21 अप्रैल 2025 से शुरू किया है। यह योजना 31 मार्च 2026 तक लागू रहेगी। योजना के तहत यदि कोई नागरिक सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को गोल्डन ऑवर (पहले एक घंटे) में अस्पताल पहुंचाता है और घायल की जान बच जाती है, तो उसे ₹25,000 का इनाम मिलेगा।

उन्होंने स्पष्ट किया कि योजना उन्हीं मामलों में लागू होगी जिनमें घातक दुर्घटना के बाद बड़ी सर्जरी, न्यूनतम तीन दिन का अस्पताल में भर्ती, मस्तिष्क या रीढ़ की चोट अथवा इलाज के दौरान मौत शामिल हो। उन्होंने कहा, “राह-वीर योजना का उद्देश्य घायलों को समय से उपचार दिलाकर मौत के आंकड़ों में कमी लाना है।”

इस अवसर पर कैम्प के कमान अधिकारी कर्नल ए.एस. मलिक (विशिष्ट सेवा मेडल), कैम्प कमांडिंग कर्नल अमनदीप सिंह, मेजर संदीप माधव, लेफ्टिनेंट गिरिजा शंकर, लेफ्टिनेंट चंचल शर्मा, लेफ्टिनेंट सिल्की मिश्रा एवं मेजर नवीन कुमार सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने छात्रों से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने और जागरूक नागरिक बनने का आह्वान किया।

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