फर्रुखाबाद: रेलवे विभाग (Railway Department) की लापरवाही और टिकट चेकर्स (TC) की दबंगई एक बार फिर सामने आई है। एक महिला और उसका बेटा, जो एक पुलिस दीवान की पत्नी और पुत्र हैं, के साथ ट्रेन में अभद्रता और लूटपाट का मामला प्रकाश में आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि आरोपियों में शामिल एक टिकट कलेक्टर (TC) का नाम सामने आने के बावजूद कार्रवाई (FIR) करने में प्रशासन को 21 दिन का समय लग गया।
थाना कादरी गेट क्षेत्र के निकट रहने वाले अरविंद कुमार दुबे, जो मोहम्मदाबाद थाने में दीवान पद पर कार्यरत हैं, की पत्नी रजनी दुबे अपने बेटे लव दुबे के साथ 30 जुलाई 2025 को कानपुर सेंट्रल से मथुरा-छपरा एक्सप्रेस ट्रेन में सफर कर रही थीं। उनके पास सामान्य श्रेणी की टिकट थी। भीड़ ज्यादा होने के कारण वे सामान्य डिब्बे में चढ़ नहीं सके और मजबूरी में एस-1 कोच के दरवाजे पर खड़े हो गए।
जब ट्रेन फर्रुखाबाद स्टेशन पर पहुंची, तो ड्यूटी पर तैनात टीसी अरविंद (तैनाती सीपीए कानपुर-अनवरगंज) ने उन्हें उतरने से रोक दिया। रजनी दुबे द्वारा विरोध करने और चिल्लाने पर दो अन्य अज्ञात टीसी भी वहां पहुंच गए। आरोप है कि तीनों टीसी ने लव दुबे के साथ गाली-गलौज की और महिला के साथ अभद्रता की।
इन आरोपों के अनुसार, टीसी trio ने ट्रेन को फर्रुखाबाद से लगभग 80 किलोमीटर दूर एक सुनसान जंगल में रोककर, मां-बेटे को मारपीट कर जबरन उतार दिया। आरोप है कि उनसे मोबाइल और नकदी भी छीन ली गई, हालांकि काफी गुहार लगाने पर मोबाइल लौटा दिया गया।
घटना के बाद किसी तरह महिला और उसका बेटा घर पहुंचे। लेकिन हैरानी की बात यह रही कि इतने गंभीर मामले में भी एफआईआर दर्ज होने में 21 दिन लग गए।
मामले की जांच थाना कादरी गेट के दारोगा नरेश कुमार को सौंपी गई है। वहीं रेलवे विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। सूत्रों के अनुसार, विभागीय अधिकारी फिलहाल आरोपी टीसी को बचाने की कोशिशों में जुटे हैं।
डीआरएम रेलवे के पीआरओ संजीव शर्मा ने बताया,
“मामला संज्ञान में है। एफआईआर दर्ज की जा चुकी है। जांच के बाद ही उचित कार्रवाई की जाएगी।”