ठेकेदार पर मनमानी वसूली का आरोप, चक्का जाम जारी
फर्रुखाबाद : शुक्रवार को फर्रुखाबाद बस अड्डे से गुरसहायगंज, फतेहगढ़ (Fatehgarh), कमालगंज (Kamalganj), याकूतगंज होते हुए बड़ौदा फतेहगंज तक चलने वाली टैक्सियों का चक्का जाम रहा। वसूली के विरोध में टैक्सी चालकों (Taxi drivers) ने अपनी गाड़ियाँ खड़ी कर दीं और सेवाएं पूरी तरह ठप कर दीं, जिससे दर्जनों यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
हड़ताल का नेतृत्व कर रहे टैक्सी चालक राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि रूट का ठेका संभाल रहे मनोज अग्निहोत्री के कर्मचारी मनमानी वसूली कर रहे हैं। उनका आरोप है कि भले ही टैक्सी चालक नंबर पर हों, फिर भी उनसे अधिक राशि मांगी जाती है, और पैसे न देने पर टैक्सी को जबरन रोका जाता है। चालकों का कहना है कि ठेकेदार के नाम पर बैठे लोग बिना रसीद के जबरन पैसे लेते हैं, जिससे उनकी दैनिक आमदनी बुरी तरह प्रभावित होती है। “अब खर्च निकालना भी मुश्किल हो गया है,” एक टैक्सी चालक ने कहा। इसी के विरोध में शुक्रवार को सभी टैक्सियों को क्रिश्चियन इंटर कॉलेज परिसर में खड़ा कर हड़ताल की गई।
घटना की सूचना मिलते ही ठेकेदार मनोज अग्निहोत्री मौके पर पहुंचे और चालकों से बातचीत की। उन्होंने समस्याओं को गंभीरता से सुनते हुए समाधान का आश्वासन दिया, लेकिन खबर लिखे जाने तक टैक्सी सेवाएं बहाल नहीं हो सकीं। गुरसहायगंज व अन्य क्षेत्रों में जाने वाले यात्रियों को वैकल्पिक साधन न मिलने से घंटों बस अड्डे पर इंतजार करना पड़ा। कई यात्रियों को मजबूरी में महंगे दामों पर ऑटो या निजी वाहनों का सहारा लेना पड़ा।
फर्रुखाबाद से गुरसहायगंज तक टैक्सी संचालन का ठेका निजी रूप से मनोज अग्निहोत्री के पास है। आरोप है कि उनके द्वारा लगाए गए प्रतिनिधि नियमित दर से अधिक शुल्क वसूलते हैं और नंबर सिस्टम के बावजूद टैक्सियों को रोककर मनमानी की जाती है। इस पूरी घटना में जिला प्रशासन की ओर से कोई तत्काल प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। न ही अभी तक यातायात विभाग ने हस्तक्षेप किया है।
टैक्सी चालकों की हड़ताल ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि सार्वजनिक परिवहन सेवाओं में निजी ठेके की व्यवस्था कितनी पारदर्शी और न्यायसंगत है? जब तक प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं करता, यात्रियों की परेशानी और चालकों का आक्रोश दोनों बढ़ते रहेंगे।