फर्रुखाबाद| शमशाबाद क्षेत्र स्थित ढाई घाट गंगा तट पर लगने वाले प्रसिद्ध रामनगरिया मेले की तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह एक माह तक चलने वाला धार्मिक मेला आगामी 3 जनवरी 2026 से आरंभ होगा। मेले की शुरुआत से पहले ही साधु-संतों का गंगा तट पर पहुंचना शुरू हो गया है, जो कल्पवास के लिए अपने अस्थायी निवास, पंडाल और झोपड़ियां तैयार कर रहे हैं।
रामनगरिया मेले के दौरान प्रदेश के विभिन्न जनपदों से बड़ी संख्या में साधु-संत, कल्पवासी और श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं। साधु-संत पूरे एक माह तक गंगा तट पर निवास कर साधना, पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं। इसी क्रम में इन दिनों गंगा तट के आसपास पंडाल लगाने और झोपड़ियां बसाने का कार्य तेजी से चल रहा है। मेला क्षेत्र की तैयारियों पर पुलिस और प्रशासन की लगातार निगरानी बनी हुई है।
इस बीच व्यवस्था को लेकर उस समय स्थिति उत्पन्न हो गई, जब कुछ साधु-संतों ने प्रशासनिक अधिकारियों की कॉलोनी के लिए निर्धारित स्थान पर कब्जा कर वहां झोपड़ियां बना लीं। जानकारी मिलने पर मेला प्रबंधक महावीर (शाहजहांपुर) और शमशाबाद थाना के उप निरीक्षक मिथलेश कुमार मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने साधु-संतों को नियमों और निर्धारित स्थल के बारे में समझाया। काफी समझाइश के बाद साधु-संत मान गए और उन्होंने वह स्थान खाली कर दिया, जिसके बाद उन्होंने अपनी झोपड़ियां दूसरी निर्धारित जगह पर स्थापित कर लीं।
प्रशासन के अनुसार, रामनगरिया मेले की देखरेख और आर्थिक व्यवस्था की पूरी जिम्मेदारी शाहजहांपुर जिला पंचायत के पास होगी, जबकि मेले की संपूर्ण पुलिस व्यवस्था फर्रुखाबाद पुलिस के जिम्मे रहेगी। प्रशासन का कहना है कि मेले को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और व्यवस्थित ढंग से संपन्न कराने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय से पूरी की जाएंगी, ताकि श्रद्धालुओं और कल्पवासियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।






