लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपनी जनता पार्टी (AJP) के संस्थापक स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने भाजपा (BJP) पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया है कि इस शासन में दलित और मुस्लिम समुदायों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि, “‘जय श्री राम’ और ‘जय बजरंगबली’ के नारों का इस्तेमाल अब मुसलमानों (Muslims) के घरों और मस्जिदों में तोड़फोड़ करने के लिए किया जा रहा है। आज एक धर्म के लोग आतंकवादी गतिविधियों पर उतर आए हैं।”
आज मीडिया से बात करते हुए मौर्य ने कहा, दलित और मुस्लिम समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है। गरीबों के घर बुलडोजर से गिराए जा रहे हैं, जबकि भाजपा से जुड़े अपराधियों को पूरा संरक्षण दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। मौर्य ने कहा कि भाजपा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ रही है। उन्होंने कहा, “फतेहपुर में मज़ार पर भी इसी नारे का इस्तेमाल करके हमला किया गया। अलीगढ़ में एक मंदिर पर ‘आई लव मोहम्मद’ लिखकर हिंदू-मुस्लिम दंगे भड़काने की साजिश रची गई।”
उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की रिपोर्ट का हवाला दिया, जिसमें बताया गया है कि अपराध, बलात्कार, हत्या और जाति-संबंधी घटनाओं में उत्तर प्रदेश देश में पहले नंबर पर है। उन्होंने आरोप लगाया कि गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान जैसे भाजपा शासित राज्यों में भी यही स्थिति है। उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री न तो घटनाओं का संज्ञान लेते हैं और न ही कोई कार्रवाई करते हैं। यही वजह है कि गैंगस्टर और माफिया खुलेआम कानून की धज्जियाँ उड़ा रहे हैं।”
मौर्य ने कहा कि अगर सुप्रीम कोर्ट के जज पर जूता फेंकने वाले को गिरफ्तार नहीं किया गया तो 3 नवंबर को राज्य भर के हर जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति को संबोधित एक ज्ञापन जिला मजिस्ट्रेटों को सौंपा जाएगा, जिसमें कानून-व्यवस्था की स्थिति, दलितों पर अत्याचार और सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ विरोध दर्ज कराया जाएगा।


