नई दिल्ली: सुप्रिया लाइफसाइंस (Supriya Lifesciences) लिमिटेड cGMP के अनुरूप कारोबार करने वाली कंपनी है, जो एक्टिव फार्मास्यूटिकल इन्ग्रेडिएंट्स (APIs) के निर्माण में सबसे आगे है। कंपनी ने आज यह घोषणा की कि उसकी अंबरनाथ इकाई को WHO की ओर से गुड मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिसेज (GMP) प्रमाणन मिला है, जो कंपनी के विकास के सफर में एक बड़ी उपलब्धि है। ऑडिट की बेहद सख्त प्रक्रिया से गुज़रने के बाद यह प्रमाणन मिला है, जिसके बाद अब सुप्रिया के लिए अपनी इस इकाई से फ़ॉर्मूलेशन का व्यावसायिक स्तर पर निर्माण करने एवं बिक्री शुरू करने की राह आसान हो गई है।
WHO की ओर से GMP अनुमोदन मिलना सुप्रिया के लिए एक अहम पड़ाव है, क्योंकि अंबरनाथ इकाई को APIs के दायरे से आगे निकलकर अधिक मूल्यवान फ़ॉर्मूलेशन में विस्तार की बुनियाद के रूप में विकसित किया गया है। इस इकाई को इंजेक्टेबल्स, टैबलेट्स, कैप्सूल और इनहेलेशन डोज़ के उत्पादन के लिए तैयार किया गया है, जहाँ पूरी क्षमता से उत्पादन होने पर लगभग 500 करोड़ रुपये के राजस्व का अनुमान है। सबसे अहम बात यह है कि, इस व्यवसाय से होने वाला मुनाफ़ा कंपनी के पहले से चले आ रहे API कारोबार से अधिक होने की उम्मीद है।
वित्त-वर्ष 2024-25 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, अंबरनाथ में उत्पादन क्षमता को बढ़ाना सुप्रिया की प्रमुख पहलों में से एक है। WHO से GMP प्रमाणन मिलने के बाद, यह इकाई अब WHO की सूची में शामिल और विनियमित अंतर्राष्ट्रीय बाज़ारों में अपनी पैठ बना सकती है और कंपनी की फ़ॉर्मूलेशन रणनीति को बढ़ावा दे सकती है। इस विस्तार को अगर लोटे परशुराम एपीआई साइट के साथ जोड़ दिया जाए, तो सुप्रिया की कुल विनिर्माण क्षमता 1,020 KL से अधिक हो जाएगी, जिससे कामकाज का संचालन सुविधाजनक होगा और एसेट्स का बेहतर ढंग से इस्तेमाल करना संभव होगा।
मौजूदा प्रगति के बारे में अपनी राय जाहिर करते हुए, सुप्रिया लाइफसाइंस लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष एवं पूर्णकालिक निदेशक, डॉ. सतीश वाघ ने कहा, “सुप्रिया लाइफसाइंस की अंबरनाथ इकाई को WHO से GMP प्रमाणन मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। इससे जाहिर है कि हमारी गुणवत्ता हर कसौटी पर खरी है, साथ ही इससे हमें अत्याधुनिक सुविधाओं वाली इस इकाई से हमारे फ़ॉर्मूलेशन व्यवसाय को तेज़ी से आगे बढ़ाने का अवसर भी दिया मिला है। इस विस्तार से पूरी दुनिया में हमारी मौजूदगी को मजबूती मिली है, साथ ही हम अधिक लाभदायक क्षेत्रों में लंबे समय तक लगातार प्रगति की स्थिति में आ गए हैं।”
अंबरनाथ इकाई को R&D, प्रायोगिक स्तर पर विकास, तथा अनुबंध आधारित विकास एवं विनिर्माण (CDMO/CMO) जैसी सेवाओं में सहयोग देने के लिए भी तैयार किया गया है, जिससे सुप्रिया के एक विविधतापूर्ण फार्मास्युटिकल कंपनी के रूप में आगे बढ़ने के लक्ष्य को काफी बल मिला है। इस प्रमाणन और विस्तार से जाहिर है कि, कंपनी विनियामक क्षेत्र में सर्वोत्तम प्रदर्शन, इनोवेशन और अपने सभी भागीदारों को लंबे समय तक लाभ प्रदान करने पर ध्यान देने के अपने संकल्प पर कायम है।