लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन योगी सरकार ने 2024-2025 के लिए अपना दूसरा अनुपूरक बजट (Supplementary budget) पेश किया। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार को 17,865.72 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट सदन में रखा। बजट में नगर विकास, बुनियादी ढांचे और आगामी महाकुंभ 2025 की तैयारियों के लिए बड़े स्तर पर धन आवंटित किया गया है। साथ ही, जेवर एयरपोर्ट परियोजना समेत अन्य विकास योजनाओं पर भी फोकस किया गया है।
गौरतलब है कि 2024-25 के लिए योगी सरकार ने पहले ही 7,36,437.71 करोड़ रुपये का मूल बजट पेश किया था। इसके बाद जुलाई में पहला अनुपूरक बजट 12,209.92 करोड़ रुपये का लाया गया था। अब दूसरे अनुपूरक बजट के साथ ही प्रदेश के कुल बजट का आकार 7.50 लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता विकास के साथ-साथ जनसुविधाओं को बेहतर करना है।
अनुपूरक बजट में 790.49 करोड़ रुपये के नए प्रस्ताव शामिल हैं। इनमें महाकुंभ 2025 के आयोजन के लिए अतिरिक्त धनराशि, शहरी क्षेत्रों के विकास और नई परियोजनाओं को प्राथमिकता दी गई है। जेवर एयरपोर्ट के लिए भी पर्याप्त धनराशि आवंटित की गई है, ताकि परियोजना को समय पर पूरा किया जा सके। वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने प्रदेश के विकास के लिए व्यापक दृष्टिकोण अपनाया है और यह बजट उसी दिशा में एक और कदम है।
इस बीच विपक्ष ने सरकार के इस अनुपूरक बजट पर सवाल उठाए हैं। विपक्षी दलों का कहना है कि बजट में किसानों, बेरोजगारों और महंगाई की समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है। कांग्रेस पार्टी ने 18 दिसंबर को विधानसभा घेराव का ऐलान किया है। इस प्रदर्शन में दिल्ली से कई बड़े नेताओं के शामिल होने की संभावना है। कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी और सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि जनता की समस्याओं को नजरअंदाज करने का जवाब सरकार को देना होगा।
बजट पेश होने के बाद सदन में सत्तारूढ़ और विपक्षी दलों के बीच तीखी बहस देखने को मिली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि उनकी सरकार का हर बजट ‘सबका विकास, सबका विश्वास’ के सिद्धांत पर आधारित है। उन्होंने कहा कि विकास योजनाओं के जरिए प्रदेश को आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।