शरद कटियार
फर्रुखाबाद। जिले की राजनीति के एक युवा, ऊर्जावान और लोकप्रिय चेहरे उमेश यादव (उम्र करीब 46 वर्ष) का मंगलबार सुबह 4 बजे निधन हो गया। वे सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व जिला पंचायत सदस्य थे। दिल्ली के राजीव गाँधी कैंसर संस्थान में उनका इलाज चल रहा था जहां सोमवार को चिकित्सकों ने जवाब दे दिया था घर लौटते सुबह फतेहगढ़ एक निजी अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली। वह बीते कई दिनों से लीवर कैंसर से जूझ रहे थे।
उमेश यादव,पुत्र रामेश्वर सिंह यादव फतेहगढ़ के मोहल्ला जाफरी के निवासी थे। राजनीति में उन्होंने कम उम्र में ही उल्लेखनीय पहचान बनाई थी। उनके निधन से फर्रुखाबाद की राजनीति में शोक की लहर दौड़ गई है।
जानकारी के अनुसार, उमेश यादव लंबे समय तक समाजवादी पार्टी से भी जुड़े रहे और सपा सरकार के दौरान वे काफी चर्चित चेहरा रहे। वे एटा के पूर्व विधायक रामेश्वर सिंह यादव और उनके पुत्र डॉ. सुबोध यादव पूर्व एमएलसी मनोज अग्रवाल सपा नेता डॉक्टर जितेंद्र सिंह यादव के बेहद करीबी माने जाते थे। बाद में उन्होंने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी में सदस्य ले ली थी उनकी योग्यता देखकर पार्टी के मुखिया ओमप्रकाश राजभर ने उन्हें पार्टी के प्रवक्ता की जिम्मेदारी से नवाजा था पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष समेत वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है, वहीं पार्टी मुखिया और प्रदेश के मंत्री श्री राजभर ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
उमेश यादव अपने सरल स्वभाव, मिलनसार व्यक्तित्व और जनता के बीच सक्रियता के कारण लोगों के दिलों में विशेष स्थान रखते थे। राजनीति में उनके योगदान को याद करते हुए कई स्थानीय नेताओं, सामाजिक कार्यकर्ताओं और शुभचिंतकों ने गहरा दुख व्यक्त किया है।
राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा है कि उमेश यादव का जाना युवा नेतृत्व और स्थानीय जनप्रतिनिधित्व के लिए बड़ी क्षति है।
उनके निधन की खबर मिलते ही समर्थकों और परिचितों में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं सोशल मीडिया पर भी श्रद्धांजलि संदेशों की बाढ़ सी आ गई है।
> “युवा नेतृत्व का यह खोना फर्रुखाबाद की राजनीति में एक गहरी कमी छोड़ जाएगा।”
सुभासपा के प्रदेश प्रवक्ता उमेश यादव का निधन, शोक की लहर
