लखनऊ: उत्तर प्रदेश में शिक्षा सुधार को लेकर चल रहे विवाद ने अब निर्णायक मोड़ ले लिया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) द्वारा Barabanki स्थित Shri Ramswaroop Memorial University की अनियमितताओं के खिलाफ शुरू हुए आंदोलन ने प्रदेश सरकार को सख्त कदम उठाने पर मजबूर कर दिया है। गत 1 सितम्बर को ABVP कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ व्यापक विरोध-प्रदर्शन किया था।
आरोप लगाया गया था कि लॉ डिग्री की मान्यता को लेकर छात्रों से धोखाधड़ी की जा रही है, अवैध रूप से पाठ्यक्रम संचालित हो रहे हैं, दो छात्रों को अवैध रूप से निष्कासित कर दिया गया, मनमानी फीस वसूली और ₹5000 का अवैध अर्थदंड लगाया गया। इतना ही नहीं, 15 अगस्त की ‘सतत तिरंगा यात्रा’ का भी विश्वविद्यालय प्रशासन ने विरोध किया था।
इसी दौरान हुए छात्र आंदोलन में पुलिस ने निर्मम लाठीचार्ज किया और बाहरी गुंडों द्वारा हमला भी कराया गया, जिससे दो दर्जन से अधिक विद्यार्थी गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद ABVP ने प्रदेशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया। लखनऊ में ABVP के प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर बाराबंकी घटना में पूर्ण न्याय और शिक्षा के व्यवसायीकरण पर रोक लगाने की मांग उठाई।
दोषियों पर अब तक कठोर कार्रवाई हुई है। 6 उपद्रवियों की गिरफ्तारी और 6 पुलिसकर्मियों (सीओ, इंस्पेक्टर व चौकी इंचार्ज) पर कार्रवाई की गई। विश्वविद्यालय के अवैध निर्माण पर बुलडोज़र एक्शन चलाया गया। उच्च शिक्षा परिषद ने विश्वविद्यालय के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराई है।
निष्कासित दोनों विद्यार्थियों को वापस प्रवेश दिला दिया गया है। सभी विश्वविद्यालयों व महाविद्यालयों में मान्यता व प्रवेश प्रक्रिया की जांच के लिए विशेष टीमें गठित कर दी गई हैं।
ABVP की मांगें
ABVP ने मुख्यमंत्री से यह भी आग्रह किया कि:
छात्रों से की गई अवैध वसूली की जांच कराई जाए।
निष्कासित छात्रों को सम्मानपूर्वक पुनः प्रवेश दिया जाए।
विश्वविद्यालय की शेष अवैध भूमि पर कब्जा हटाने के लिए तत्काल बुलडोज़र कार्रवाई की जाए।
डॉ. वीरेंद्र सिंह सोलंकी (राष्ट्रीय महामंत्री):
“मुख्यमंत्री जी से सार्थक वार्ता हुई है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जब तक छात्रों को न्याय नहीं मिलता, संघर्ष जारी रहेगा।”
अंकित शुक्ल (राष्ट्रीय मंत्री):
“योगी जी ने जिस तरह माफियाओं पर प्रहार किया है, अब उसी तरह शिक्षा माफियाओं का अंत होगा। लाठीचार्ज के जिम्मेदारों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”
सुश्री क्षमा शर्मा (राष्ट्रीय मंत्री):
“रामस्वरूप विश्वविद्यालय ने वर्षों से छात्रों का भविष्य बर्बाद किया है। हमने सभी प्रमाण मुख्यमंत्री को दिए हैं। अवैध वसूली वापस कराई जाएगी और दोषी अधिकारियों को दंडित किया जाएगा।”
लखनऊ में आयोजित प्रेस वार्ता में राष्ट्रीय मंत्री अंकित शुक्ल के साथ केंद्रीय कार्यसमिति सदस्य शीतल कुमारी, अवध प्रांत मंत्री पुष्पेंद्र वाजपेई, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य सृष्टि सिंह और केंद्रीय मीडिया टोली सदस्य अभिनव मिश्र भी मौजूद रहे।